26 जनवरी है इस बार खास, राजपथ पर नहीं होंगे विदेशी मेहमान !

नई दिल्ली। ये पढने में आपको अटपता लग सकता है कि इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोई विदेशी मेहमान नहीं दिखेंगे। लेकिन, इस बार की यही सच्चाई है। बीते साल के कोरोना महामारी ने अब तक चीजों को सामान्य नहीं होने दिया है। तयशुदा कार्यक्रम के तहत ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को यहां आना था। मगर, अपने देश के हालात को काबू करने में उनकी व्यस्तता अधिक है। वही उनकी जिम्मेदारी है, तो भला वो कैसे मेहमानवाजी का लुत्फ उठाएंगे !

अब गणतंत्र दिवस की परेड में 20 दिन भी नहीं बचे हैं। इतने कम समय में भारत सरकार किसी नए विदेशी मेहमान से बात करेगी या बिना अतिथि के परेड का आयोजन करेगी? यह सवाल लोगों केे मन में उठ रहा है। अभी तक यही माना जा रहा है कि कोई विदेशी मेहमान नहीं होगा।

अब यह तय हो गया है कि बिना अतिथि के ही राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड होगी। 2021 इस मायने में इतिहास में दर्ज हो जाएगा कि भारत के गणतंत्र बनने के बाद से इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ है कि बिना किसी विदेशी मेहमान के परेड का आयोजन हुआ है। हर बार 26 जनवरी से कई महीने पहले विदेशी अतिथि का नाम तय हो जाता है। दोनों पक्षों की सहमति बन जाती है। पूरी तैयारी कर ली जाती है। इसके साथ ही कई और भी परस्पर संबंधों के काम हो जाते हैं।

इस बार कोरोना वायरस की वजह से स्थिति प्रतिकूल कही जा सकती है। दुनिया के लगभग सभी देशों के नेता अपने अपने देश में वायरस की महामारी से निपटने में लगे हैं। सभी की प्राथमिकता यही है कि वो इस वायरस से कैसे निबटें ? कुछ देशों ने अपने हिसाब से काबू करने में सफलता भी पाई, लेकिन हाल ही में ब्रिटेने से आई खबर ने सबको चैंका दिया था। असल में, वायरस के नए स्ट्रेन ने सभी देशों की चिंता बढ़ाई है।