काबुल। अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान को पूरी तरह से खाली कर दिया। उसके बाद तालिबान ने पूरी तरह से आजादी की घोषणा कर दी है। अब देश की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी तालिबान पर आ चुकी है। विश्व के अन्य देश में अफगानिस्तान के नागरिकों की सलामती चाहते हैं। इसके लिए कई मंचों से बात हो रही है।
तालिबान ने काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है। इस दौरान वहां पर खड़े होकर, तालिबान नेताओं ने देश को सुरक्षित करने, हवाईअड्डे को फिर से खोलने और पूर्व प्रतिद्वंद्वियों को माफी देने का संकल्प जताया। तालिबान के एक शीर्ष अधिकारी हिकमतउल्ला वासिक ने ‘एपी’ से कहा, ‘‘ आखिरकार अफगानिस्तान अब मुक्त हो गया है। हवाईअड्ड पर मौजूद लोग और सेना हमारे साथ और हमारे नियंत्रण में है। उम्मीद है कि हम जल्द ही अपने मंत्रिमंडल की घोषणा करेंगे। सब कुछ शांतिपूर्ण और सुरक्षित है।’’
इससे पहले हवाई क्षेत्र के उत्तरी सैन्य हिस्से में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के एकमात्र रनवे के पास कुछ वाहन चलते नजर आए। भोर होने से पहले, भारी हथियारों से लैस तालिबान के लड़ाके ‘हैंगर’ के पास पहुंचे और अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा निकासी अभियान में इस्तेमाल किए गए सात ‘सीएच -46’ हेलीकॉप्टरों को वहां से रवाना होते हुए देखा।
अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जलमय खलीलजाद ने ट्वीट किया, ‘‘ अफगानिस्तान में हमारा युद्ध समाप्त हुआ। हमारे बहादुर सैनिकों, नौसैनिकों, मरीन और वायुसैनिकों ने बेहतरीन सेवाएं दीं और अनेक कुर्बानियां दीं। उनके प्रति हम सम्मान और आदर व्यक्त करते हैं। हमारी सेना और हमारे सहयोगी जो हमारे साथ खड़े रहे, उनकी निकासी के साथ ही अब अफगानों के पास निर्णय लेने के पल हैं। उनके देश का भविष्य अब उनके हाथों में है। वे अपना रास्ता पूरी संप्रभुता के साथ चुनेंगे।’’