केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कई गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के लाइसेंस रद्द करने और विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) को मजबूत करने को इस आधार पर उचित ठहराया कि कुछ गैर सरकारी संगठन धार्मिक रूपांतरण, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में धन का दुरुपयोग कर रहे थे।
शाह ने आज हरियाणा के सूरजकुंड में दो दिवसीय सेशन के पहले दिन कहा कि “एनजीओ भारत विरोधी गतिविधियों के प्रचार में एफसीआरए का दुरुपयोग कर रहे थे और धर्मांतरण में भी शामिल थे, जिससे देश के विकास में बाधा उत्पन्न हो रही थी। केंद्र ने ऐसी संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।“
उन्होंने आगे कहा कि 2020 में सरकार ने FCRA में संशोधन कर ऐसे NGOs की विदेशी फंडिंग को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की। हमने इस तरह के पैसे के प्रवाह को रोकने के लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित किया है। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि आने वाले दिनों में हम इस तंत्र को और मजबूत करेंगे।”