Home क्राइम प्रशासन को देखकर अनुशासन में रहने की आदत हो सकता है घातक….

प्रशासन को देखकर अनुशासन में रहने की आदत हो सकता है घातक….

एक वर्षों से अधिक समय से कोरोना वायरस के प्रभाव एवं दुष्प्रभाव को हम लोग अच्छी तरह देख रहे हैं। कुछ लोग इस वायरस को निष्प्रभावित करने वाले अनुशासन का पालन नहीं कर रहे हैं।

आज भी प्रशासन को देखकर मास्क पहन लेना एक दूसरे के बीच दूरी बना लेना जैसी स्थिति बनी हुईं है।
जिससे कोरोना वायरस मानव एवं मानवीय मूल्यों का संघार कर रही है। मानव को मानव से खतरा महसूस होने लगा है।

कुछ दिन पूर्व तक जिसे नहीं पहचानते थे उनके ख़ोने की सूचना प्राप्त होती थी। आज अपनों को अपनों के बीच से जाने का गम सता रहा है। शायद ही कोई व्यक्ति होंगे जिन्होंने अपने पहचान वाले को नहीं खोया होगा।

स्व अनुशासन की भावना जागृत कर हम हो सकते हैं सुरक्षित

आज आवश्यकता अपने आप को अनुशासित करने की प्रशासन को देखकर अनुशासित होने से अच्छा है अपने अंदर स्वअनुशासन की भावना को बढ़ाएं। सरकारी दिशा निर्देशों का अनुपालन प्रशासनिक शक्तियों के बजाय स्वैच्छिक शक्तियों से करने का प्रयास करें।नहीं तो इस महामारी से निजात पाना असंभव है।

इस महासंग्राम में सबको बनना होगा योद्धा
मानव जीवन एवं वायरस के बीच महासंग्राम चल रहा है। संग्राम को सिर्फ सफेद कोट एवं खाकी वर्दी के सहारे नहीं जीता जा सकता। इस संग्राम में हर एक मां भारती के सपूतों को योद्धा के रूप में आगे आना होगा। सेनापति ( सरकार) के हर निर्देशों का सही से स्वत: अनुपालन करना होगा तभी इस वायरस पर विजय प्राप्त किया जा सकता है।

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