विवाद विश्व भारती विश्वविद्यालय के इस आरोप पर शुरू हुआ कि नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने अवैध रूप से जमीन पर कब्जा कर लिया था।
अब विश्वविद्यालय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ एक बयान जारी कर एक पूर्ण राजनीतिक लड़ाई में बदल दिया है।
प्रेस को दिए एक बयान में, विश्वविद्यालय ने कहा,“विश्व भारती एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। हम आपके आशीर्वाद के बिना बेहतर हैं क्योंकि हम प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन (मार्गदर्शन) के आदी हैं।“ बता दें कि बयान पर विश्वभारती की प्रवक्ता महुआ बनर्जी के हस्ताक्षर हैं।
स्टेटमेंट में कहा गया है कि हम मुख्यमंत्री से अनुरोध करना चाहते हैं कि वह अपने कानों से देखना बंद करें और अपने दिमाग का इस्तेमाल करें।