भारती एक्सा लाइफ ने लगातार दूसरे साल अपनी #SawaalPucho पहल को जारी रखा

#SawaalPucho कैंपेन की मदद से कंपनी का मकसद बीमा को लेकर ग्राहकों के सभी सवालों का जवाब देना, उन्‍हें बीमा के बारे में शिक्षित करना और जागरुकता बढ़ाना है। इस पहल के जरिए अलग-अलग माध्यमों पर 6 लाख उपभोक्ताओं से जुड़ाव बनाया जाएगा।

नई दिल्ली। भारती एक्सा लाइफ, देश के प्रमुख बिजनेस समूहों में से एक भारती एंटरप्राइजेज और देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनियों में से एक एक्सा के संयुक्त उपक्रम, ने राष्ट्रीय बीमा जागरूकता दिवस से पहले लगातार दूसरे साल अपने #SawaalPucho अभियान की शुरुआत की है। कंपनी इस अभियान के माध्यम से 6 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं तक अपनी पहुंच बनाना चाहती है।

#SawalPucho अभियान का प्रमुख उद्देश्य उपभोक्ताओं का सशक्तीकरण कर उन्हें जागरूक बनाना है। उपभोक्ता बीमा पॉलिसी खरीदने से पहले प्रासंगिक सवाल पूछ सकते हैं। इस अभियान का उद्देश्य उपभोक्ताओं को बीमा पॉलिसी के बारे में ज्यादा अच्छी तरह समझाना और उन्हें अपने लिए उचित और सही पॉलिसी खरीदने की जानकारी देना और इस तरह बीमा से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में उन्हें शिक्षित करना है। यह अभियान जीवन बीमा से जुड़ी लोकप्रिय भ्रांतियों या गलतफहमियों को दूर करेगा। इसका उद्देश्य बीमा के क्षेत्र में होने वाली धोखाधड़ी और बीमा पॉलिसी की गलत बिक्री को रोकना है।

भारती एक्सा लाइफ में मार्केटिंग और कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस विभाग की हेड सुश्री गीतांजलि कोठारी ने इस अभियान पर अपनी बात रखते हुए कहा, “भारती एक्सा लाइफ में हमारा प्रयास बीमा पॉलिसी को सरल बनाना और उपभोक्ताओं को अपने लिए सही बीमा पॉलिसी चुनने के लिए सशक्त बनाना है। #SawaalPucho अभियान से हम राष्ट्रीय बीमा जागरूकता दिवस से पहले उपभोक्ताओ को बीमा की अहमियत समझाने और उन्हें जागरूक करने का अवसर हासिल कर बेहद उत्साहित हैं। हम यह उम्मीद करते हैं कि इस साल भी लोग इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। यह अभियान बीमा के मूलभूत पहलुओं को समझने की जरूरत पर जोर देता है। इसके साथ ही अभियान में उन सामान्य धोखाधड़ी की गतिविधियों का भी संज्ञान लिया गया है, जिसका शिकार बीमा पॉलिसी खरीदने वाले उपभोक्ता हो सकते हैं। हमें उम्मीद है कि लोगों को बीमा पॉलिसी के संबंध में सही सवाल पूछने के लिए उत्साहित कर हमें बीमा से संबंधित धोखाधड़ी के ऐसे मामलों को कम करने में मदद मिलेगी।