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भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भाजपा ने किया प्रदर्शन, ममता की पुलिस ने रास्ते में ही रोका

ममता सरकार के खिलाफ भाजपा सरकार ने नबन्ना मार्च यानि सचिवालय मार्च निकाला था। भाजपा कार्यकर्ता सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे कि बीच रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया । रानीगंज और बोलपुर क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की बंगाल पुलिस के साथ झड़प हुई।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में चल रही सरकार के खिलाफ भाजपा लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगाती रही है। इसी को लेकर हावड़ा में विरोध प्रदर्शन और पैदल मार्च का आयोजन किया गया था। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मार्च के दौरान संतरागाछी जाने की कोशिश करते समय सोमवार को हिरासत में ले लिया गया।

भाजपा के नेता एवं सांसद लॉकेट चटर्जी और पार्टी नेता राहुल सिन्हा को भी हिरासत में लिया गया और उन्हें एक जेल वैन से ले जाया गया। उन्हें सचिवालय के पास ‘सेकंड हुगली ब्रिज’ के नजदीक पुलिस प्रशिक्षण स्कूल के सामने रोका गया। राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘नबन्ना अभियान’ में हिस्सा लेने के लिए राज्य भर से भाजपा समर्थक मंगलवार सुबह कोलकाता और पड़ोसी हावड़ा पहुंचना शुरू हो गए थे। आरोप है कि एक के बाद एक भाजपा कार्यकर्ताओं की बसों को नबान्न जाने वाले रास्ते पर रोक दिया गया। इससे नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर कई जगह प्रदर्शन किया। महिषादल में कापसेड्या के पास हल्दिया-मेचेड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग 116, तमलुक में नंदकुमार और सोनापेटा टोल प्लाजा पर भाजपा की नाकेबंदी चल रही है। इससे पूरी सड़क पर भारी जाम लग गया है।

विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि लेडी किंग ममता बनर्जी बंगाल को नार्थ कोरिया बना दिया है। शुभेंदु अधिकारी ने पुलिस पर बाधा देने का आरोप लगाया और पुलिस पर ममता बनर्जी के लिए काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ वह हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे।

भाजपा उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “मैं हैरान हूं कि इतने पुलिसकर्मी पश्चिम बंगाल में कहां से आ गए! जब कोयले की गाड़ियां और पशु गाड़ियां गुजर रही होती हैं तो पुलिस को दिखाई नहीं देता। पड़ोस में अशांति है, जब बम गिरता है, तो आप थाने को बुलाते हैं और कहते हैं कि कोई बल नहीं है। आज बीजेपी का कार्यक्रम है। बिहार, झारखंड से इतनी पुलिस लाई गयी है। क्या सिर्फ बीजेपी को रोकना ही पुलिस का काम है? सड़क को खोदकर बैरिकेडिंग कर दी गई है। भाजपा के पदाधिकारी चरमपंथी हैं? हम शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन करने जा रहे हैं। यदि कोई बाधा आती है तो मैं सड़क पर बैठ कर जाम कर दूंगा। हम यहां लड़ने के लिए नहीं हैं। तृणमूल पुलिस के साथ तनाव फैलाकर जानबूझकर बीजेपी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे।

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