Home राष्ट्रीय एक ही साथ कई दांव चले भाजपा ने, द्रौपदी मूर्मू को बनाया...

एक ही साथ कई दांव चले भाजपा ने, द्रौपदी मूर्मू को बनाया राष्ट्रपति का उम्मीदवार

ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जो देश के एक राज्य की राज्यपाल बनीं और अपना कार्यकाल पूरा किया। भाजपा ने उन्हें 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। वैसे, 2017 चुनाव में भी इस पद के लिए उनका नाम संभावितों में आ चुका था।

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की ओर से झारखंड की पूर्व राज्यपाल और ओड़िसा की राजेनता द्रौपदी मूर्म को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। अब एनडीए की ओर से पूरी कोशिश होगी कि इन्हें जीत दिलाई जाए। इसके सहारे भाजपा पूरे देश में वह यह संदेश देना चाहती है कि वह महिला और आदिवासियों को कितना महत्व देती है। माना जा रहा है कि आनेवाले कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और आगामी रणनीति पर इसका व्यापक असर पड़ेगा।

अगर वह देश की अगली राष्ट्रपति चुन ली जाती हैं तो वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनेंगी और उन्हें दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य मिलेगा। वह एक सामान्य शिक्षक से राजनीति के सर्वोच्च शिखर की ओर बढ़ी हैं। उनका पूरा जीवन समाज सेवा के प्रति समर्पित रहा है। खासकर अुसूचित जनजाति के कल्याण के लिए उन्होंने काफी योगदान दिया है। केंद्र में 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो 2015 में उन्हें झारखंड की पहली महिला और आदिवासी गवर्नर के तौर पर ताजपोशी हुई।

NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मुझे विश्वास है कि वह एक महान राष्ट्रपति होंगी।”

एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने ANI से कहा, “मैं आश्चर्य हूं और मुझे विश्वास नहीं हो रहा। मैं आप सभी की आभारी हूं और ज्यादा बोलने की इच्छा नहीं है। संविधान में राष्ट्रपति की जो भी शक्तियां हैं मैं उसके अनुसार काम करूंगी।”

बता दें कि बता दें कि द्रौपदी मुर्मू के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1997 में हुई थी, जब वह ओडिशा के रायरंगपुर अधिसूचित क्षेत्र में काउंसलर चुनी गई थीं और फिर उसकी वाइस चेयरपर्सन बनी थीं। बीजेपी ने उसी साल मुर्मू को ओडिशा अनसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया था। बाद में वह इसकी अध्यक्ष भी बनीं। 2013 में पार्टी ने उन्हें एसटी मोर्चा का राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य नियुक्त किया था। 2007 में ओडिशा सरकार द्रौपदी मुर्मू को सर्वश्रेष्ठ एमएलए के लिए ‘नीलकंठ अवॉर्ड’ भी दे चुकी है। ओडिशा में राजनीति करने के दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए काफी सक्रिय योगदान दिया है।

इस घोषणा के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का NDA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में होना ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है। जब प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे साथ इस पर चर्चा की तो मुझे बहुत खुशी हुई।

Exit mobile version