नई दिल्ली। पड़ोसी देश श्रीलंका में राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक संकट के कारण आपातकाल लगा दिया गया है। स्थिति अभी भी विस्फोटक है। उस मसले पर केंद्र सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। श्रीलंका की वर्तमान संकट पर विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में एक सर्वदलीय बैठक आज होनी है।
गौर करने योग्य यह भी है कि श्रीलंका ने कई देशों से आर्थिक व अन्य मदद मांगी है मगर अब तक भारत के अलावा अन्य कोई देश श्रीलंका की विशेष मदद नहीं कर पाया है। चीन, जो बीते कई सालों से श्रीलंका का ‘खास’ बना हुआ था, अब मुश्किलों में घिरे इस देश से मुंह मोड़ चुका है।
Centre to hold all-party meeting over Sri Lankan crisis today
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— ANI Digital (@ani_digital) July 19, 2022
समाचार पत्र डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 के पहले चार महीनों यानी 30 अप्रैल तक दिए गए पैसों के अनुसार, भारत ऋणदाताओं की सूची में सबसे ऊपर है। एशियाई विकास बैंक (ADB) इस अवधि में 35.96 करोड़ डॉलर के साथ दूसरा सबसे बड़ा ऋणदाता है, वहीं इसके बाद विश्व बैंक का स्थान आता है जिसने श्रीलंका को अब तक 6.73 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है।