Home राष्ट्रीय चमोली हादसा: युद्धस्तर पर जारी है राहत बचाव कार्य

चमोली हादसा: युद्धस्तर पर जारी है राहत बचाव कार्य

एस.एन. प्रधान, DG NDRF ने कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के अंदर फंसे हुए लोगों को बचाने पर है। सभी टीमें उसी काम में लगी हुई हैं। सुरंग में 1 किलोमीटर से ज्यादा तक की मिट्टी को हटा दिया गया है। जल्द ही हम उस स्थान तक पहुंच जाएंगे जहां पर लोग जीवित हैं।

देहरादून। चमोली में रविवार को हुए हादसे के बाद लगातार तमाम एजेंसियां एक-दूसरे के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। राज्य के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के बीच लगातार संवाद कायम है और हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। चमोली ज़िले के तपोवन में टनल में राहत और बचाव कार्य अभी चल रहा है। आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में स्निफर डॉग की मदद ले रहे हैं।

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अब तक हमने 18 शव बरामद किए हैं और लापता लोगों की संख्या 202 है। हमने टनल में 80 मीटर तक मलबा हटा दिया है, आगे हमारी मशीनें लगी हुई हैं और हमें शाम तक कुछ सफलता मिलने की उम्मीद है। ADG मनोज रावत ने कहा कि ग्लेशियर टूटने से हुए नुकसान को हम अब कम करने का प्रयास कर रहे हैं। बहुत सारे लोग इसमें लापता हुए हैं। NTPC डैम में काम कर रहे लोग लापता हुए हैं और डैम को भारी नुकसान हुआ है।

सैलाब की चपेट में आए ज्यादातर लोग रैंणी और तपोवन की बिजली प्रोजेक्ट से जुडे़ हैं। घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ, आईटीबीपी और सेना राहत और बचाव में जुटी हैं। बता दें कि अबतक 18 शव मिल चुके हैं जबकि 202 लोग अभी भी लापता हैं। एसडीआरएफ के मीडिया इंचार्ज प्रवीन आलोक ने बताया कि घटना स्थल से दोपहर 12 बजे तक 18 शवों को निकाल लिया गया है। बताया कि पांच लोगा रेणी गांव, 11 तपोवन रित्विक कंपनी,दो रिंगी गांव, 46 ऋषिगंगा, 21 मैतल, तीन एचएचपीसी और दो लोग तपोवन गांव से लापता हैं।

सोमवार को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि इस वक्त हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती सुरंग में फंसे करीब 34 लोगों को बचाना हैं। अभी हम सुरंग के अंदर 70 मीटर तक गए हैं और करीब 180 मीटर तक और जाना है। किस तरह से हम सुरंग से मलवा निकाले इसके लिए पदाधिकारियों के साथ बातचीत की गई है।

एस.एन. प्रधान, DG NDRF ने कहा कि अभी हमारा पूरा ध्यान 2.5 किलोमीटर लंबी सुरंग के अंदर फंसे हुए लोगों को बचाने पर है। सभी टीमें उसी काम में लगी हुई हैं। सुरंग में 1 किलोमीटर से ज्यादा तक की मिट्टी को हटा दिया गया है। जल्द ही हम उस स्थान तक पहुंच जाएंगे जहां पर लोग जीवित हैं।

उत्तराखंड में आई तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवार को 2-2 लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिवार वालों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात कही है।

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