रूस से जुड़ी चीनी कंपनियों पर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने पर चीन ने जताया विरोध

माओ ने कहा, चीनी पक्ष चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हम अमेरिकी प्रतिबंधों के जवाब में कठोर प्रतिकार करेंगे।

बीजिंग। रूस से जुड़ी चीनी कंपनियों पर अमेरिका के प्रतिबंध लगाने पर चीन ने विरोध जताते हुए इसे एकतरफा और अवैध करार दिया। इसके साथ ही चीन ने कहा कि अगर इन प्रतिबंधों को रद्द नहीं किया गया तो चीन जवाबी कदम उठाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि अमेरिकी कार्रवाई में अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के जनादेश दोनों का अभाव है। माओ ने कहा कि वह विशिष्ट एकतरफा प्रतिबंध और अवैध दीर्घकालिक अधिकार क्षेत्र हैं और चीनी हितों के लिए हानिकारक हैं। हम इस कदम की निंदा करते हैं और इसे खारिज करते हैं और अमेरिका के पक्ष में गंभीर आपत्तियां की हैं।
प्रवक्ता कहा कि यूक्रेन के मुद्दे पर चीन का रुख वस्तुनिष्ठ और निष्पक्ष रहा है। हमने सक्रिय रूप से शांति वार्ता को बढ़ावा दिया है और राजनीतिक समाधान की मांग की है। हालांकि, अमेरिका आग को भड़का रहा है और अधिक हथियारों के साथ लड़ाई को हवा दे रहा है। आज तक अमेरिका ने यूक्रेन को 32 अरब डॉलर से अधिक की सैन्य सहायता प्रदान की है, जिसमें बड़ी मात्रा में उन्नत हथियार भी शामिल हैं।

प्रवक्ता के अनुसार, कुछ ही दिन पहले, इसने यूक्रेन के लिए दो बिलियन डॉलर की सैन्य सहायता की एक और की घोषणा की। माओ ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका संघर्ष में एक पक्ष के साथ है, इस प्रकार लड़ाई को लम्बा खींच रहा है, जबकि यह गलत सूचना फैला रहा है कि चीन रूस को हथियारों की आपूर्ति करता है और उस बहाने चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया जाए। माओ ने कहा कि यह पूरी तरह से दादागिरी, दोहरा मापदंड व पूर्ण पाखंड है। यूक्रेन संकट के पूर्ण रूप से बढ़ने के एक साल पर, चीन ने संकट के राजनीतिक समाधान पर अपना स्थिति पत्र जारी किया, जबकि अमेरिका ने चीनी और अन्य विदेशी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए।
उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका से अपने व्यवहार पर विचार करने, दुनिया के लिए क्या अच्छा है इसे ध्यान में रखने और कुछ ऐसा करने का आह्वान किया जो वास्तव में स्थिति को कम करने और शांति वार्ता को आगे बढ़ाने में मदद करे। उन्होंने कहा, अमेरिका को गलत सूचना फैलाने से रोकने और चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध वापस लेने की भी जरूरत है।