55 मिनट में दिल्ली-मेरठ: परीक्षण के लिए तैयार है भारत की पहली रैपिड रेल, जानिए क्या है खास

रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के तहत दो तरह की ट्रेनें चलाई जाएंगी। पहली ट्रेन को रैपिड रेल नाम दिया गया है और यह मोदीपुरम से बेगमपुर परतापुर होते हुए दिल्ली के सराय काले खां तक चलेगी।

दिल्ली:भारत की पहली रैपिड रेल दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ तक की दूरी को कवर करने के लिए ट्रायल रन हेतु लिए तैयार हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा गाजियाबाद में विकसित किया जा रहा देश का पहला रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम ट्रायल रन के लिए तैयार है। इस प्रणाली के तहत रैपिड रेल दिल्ली के सराय काले खां से उत्तर प्रदेश के मेरठ तक गाजियाबाद के रास्ते संचालित होगी।

रैपिड रेल ट्रेनों के प्रकार

रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के तहत दो तरह की ट्रेनें चलाई जाएंगी। पहली ट्रेन को रैपिड रेल नाम दिया गया है और यह मोदीपुरम से बेगमपुर परतापुर होते हुए दिल्ली के सराय काले खां तक चलेगी। वहीं दुसरी ट्रेन को मेरठ मेट्रो नाम दिया गया है और यह मोदीपुरम से बेगमपुर होते हुए परतापुर तक चलेगी। इस रूट पर रैपिड रेल ट्रेनों की संख्या 30 रखी जाएगी जो हर 10 मिनट के अंतराल से स्टेशन पर आएंगी। ये ट्रेनें 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेंगी और दिल्ली से मेरठ के बीच की दूरी सिर्फ 55 मिनट में तय करेंगी।

निर्माण प्रक्रिया

पहले चरण में दिल्ली से गाजियाबाद के दुहाई के बीच रेलवे कॉरिडोर का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है, जहां यह निर्माण अंतिम चरण में है। बता दें कि दुहाई डिपो में देश की पहली रीजनल रैपिड रेल भी असेंबल की गई है। गुजरात के सावली से राजस्थान और हरियाणा होते हुए गाजियाबाद के लिए ट्रेन को 6 बड़े ट्रेलरों की सहायता से इस डिपो में लाया गया है।

क्या है खासियत ?

यह रैपिड रेल हाई स्पीड एयरोडायनामिक ट्रैन है। इसका आगे का हिस्सा नुकिला है जिससे यह सामान्य ट्रेनों की तुलना में तेज दौड़ सकती है। आधुनिक डिजाइन के साथ ही रैपिड रेल में रिजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम है जो बिजली पैदा करेगा। बता दें कि यह पूरी तरह से स्वचालित ट्रेन होगी जहां सुरक्षा भी ऑटोमैटिक नियंत्रित होगी। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरा, लैपटॉप मोबाइल चार्जिंग, डायनेमिक रूट मैप रीडिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग जैसी सुविधाएं भी यात्रा को शानदार बनाएंगी।