नई दिल्ली। दिल्ली के तमाम स्कूलों से जुड़े निजी कैब चालकों ने आज हड़ताल कर दी गई है। इन कैब चालकों की संख्या करीब 35 हजार है। सुबह स्कूली बच्चों को जाने में काफी दिक्कत हुई है। कईयों को अपने घर पर ही रहना पड़ा। अधिकतर के माता-पिता ने किसी अन्य साधन से अपने बच्चों को स्कूल पहुचांया है। इस हड़ताल से करीब 3 लाख स्कूली बच्चे प्रभावित हुए हैं।
दरअसल, राजधानी में करीब 50 फीसदी से अधिक स्कूली कैब गैर व्यावसायिक हैं, जिन्हें लेकर परिवहन विभाग का कहना है कि अगर कोई हादसा हो जाता है तो उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। कैब में निर्धारित सीटों से ज्यादा बच्चों को बैठाया जा रहा है, जिसके चलते अभियान चलाया जा रहा है।
स्कूल ट्रांसपोर्ट एकता यूनियन के आह्वान पर सभी चालक हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। कैब चालक ने कहा,”हम दिल्ली सरकार से गुजारिश करते हैं कि वे हमारा सहयोग करे। हम कोई उल्लंघन नहीं करना चाहते। हम पहले ही महामारी में परेशानियों का सामना कर चुके हैं।”
Correction | Delhi: Private cab drivers ferrying schoolchildren go* on a day strike demanding status of commercial vehicles for their cabs
— ANI (@ANI) August 1, 2022
हड़ताल आगे बढ़ाने को लेकर भी फैसला संभव यूनियन के पदाधिकारियों को कहना है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो सोमवार शाम को बैठक कर हड़ताल को आगे बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा। 700 से अधिक कैब को सीज किया जा चुका है, जिससे कैब चालकों को उसे छुड़ाने में मोटी रकम खर्च करनी पड़ी है।