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Delhi News : दिल्ली में डेंगू का बढ़ता आंकड़ा, अस्पताल है तैयार

राजधानी दिल्ली में डेंगू का कहर शुरू हो चुका है। कई अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूरी तैयारियों की समीक्षा की है। कुछ अस्पताल ने अपने कुल बेड में से 50 प्रतिशत केवल डेंगू के लिए रखने शुरू कर दिए हैं।

नई दिल्ली। कोरोना में कमी आने से दिल्ली के कई अस्पतालों के डॉक्टरों ने थोड़ी चैन की सांस लेनी शुरू ही की थी, कि डेंगू ने उनकी मुश्किलों को बढ़ा दिया है। हाल के दिनों में दिल्ली में लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। इसके लिए दिल्ली सरकार के अस्पतालों को विशेष तैयारी करने के लिए कहा गया है। हर मरीज को बेहतर सुविधा मिले, यही सरकार की ओर से कहा गया है।
राजधानी में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच स्वामी दयानंद अस्पताल में इससे निपटने के लिए तैयारियां की जा रही हैं। अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया, हमारे अस्पताल में 50% मरीज़ डेंगू के हैं। हमने 100 बेड का डेंगू वार्ड बनाया था और अभी डेंगू के 99 मरीज़ भर्ती है। हम 40 और बेडो की संख्या बढ़ा रहे हैं। कल बच्चों की संख्या 7 थी और आज 14 हो गई है। 55% मरीज़ उत्तर प्रदेश के लोनी इलाके से आ रहे हैं। नंदनगरी, सीमापुरि, सुंदरनगरी इलाकों से भी डेंगू के मरीज़ अधिक संख्या में आ रहे हैं।वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि डेंगू से दिल्ली में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। अस्पतालों में बेड की कमी नहीं है। अगर कोई अस्पताल बदमाशी कर रहा है तो उनको ठीक करेंगे। डेंगू के मामले बढ़े हैं लेकिन अभी डेंगू की स्थिति काबू में है।
असल में, कुछ दिन पहले जैसे ही दिल्ली में डेंगू से पहले मौत की खबर आई थी, सरकारी महकमा भी सकते में आ गए थे। जनता की ओर से कहा गया था कि ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों को बिस्तर तक नहीं मिल पा रहा है। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह दिल्ली में भी डेंगू का स्ट्रेन 2 मरीजों में देखने को मिल रहा है, जिसे काफी घातक माना जाता है।  पिछले कुछ सालों की स्थिति देखें तो दिल्ली में साल 2018 के बाद सबसे अधिक डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं। एक जनवरी से 16 अक्तूबर के बीच साल 2020 में 395, 2019 में 644 और 2018 में 1020 मामले मिले थे। जबकि साल 2017 में 4726 और 2016 में 4431 मामले मिले थे।  

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