दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं को दिया नोटिस, 3 दिनों में देना होगा जवाब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तरी दिल्ली के उन दो अस्पतालों का दौरा करेंगे, जहां 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों को भर्ती कराया गया है। 26 जनवरी को जिस प्रकार से किसानों ने दिल्ली के कई क्षेत्रों में उत्पात हुआ, उसमें सैकडों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली को लेकर पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़ने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस.राजेवाल समेत कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है। उन्हें 3 दिनों में जवाब देने के लिए कहा गया है।

इसके साथ ही सूचना यह भी है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज उत्तरी दिल्ली के उन दो अस्पतालों का दौरा करेंगे, जहां 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों को भर्ती कराया गया है। बता दें कि 26 जनवरी को जिस प्रकार से किसानों ने दिल्ली के कई क्षेत्रों में उत्पात हुआ, उसमें सैकडों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। करीब दर्जन भर पुलिस कर्मी आईसीयू में भर्ती हैं।

सुरक्षा की दृष्टि से लाल किले पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने 26 जनवरी को लाल किले के पोल पर चढ़कर अपना झंडा फहराया था। इसके साथ ही टिकरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। सिंघु बॉर्डर पर भी सुरक्षाबल तैनात है। वैसे, कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है।

दिल्ली से गाजियाबाद को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-24 को खोल दिया गया है। यहां आंदोलन कर रहे दो संगठनों ने कल ही दुखी होकर अपना आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि किसान कभी उत्पात नहीं मचाता है। दंगा नहीं करता है। जिन लोगों ने भी ऐसा किया है, उन्होंने किसानों को बदनाम किया है।