Home राष्ट्रीय किसान नेताओं ने कहा सांसद से, ईमानदार हैं तो हमारा सवाल उठाएं

किसान नेताओं ने कहा सांसद से, ईमानदार हैं तो हमारा सवाल उठाएं

सात महीने हो गए। बात नहीं बन रही है। संसद से लेकर सड़क तक आंदोलन तेज है। जंतर मंतर पर किसानों ने अपनी संसद लगाई और सरकार को कोसना शुरू कर दिया।

नई दिल्ली। किसानों का आंदोलन राजधानी के जंतर मंतर पर पहुंच गया है। यहां किसानों ने अपनी संसद लगाई। सड़क पर किसान नेता केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं, तो संसद में विपक्षी सांसद लगातार केंद्र सरकार से किसानों के मुद्दे पर सवाल कर रहे हैं।

जंतर -मंतर पर किसान संसद के दौरान अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि किसानों की बात संसद नहीं सुन रही है इसलिए सभी सांसदों को हमने चिट्ठी दिया है कि हमारे वोट से जीते हैं तो ऐसा करें कि हम वोट देते समय याद रखें। ईमानदार हैं तो हमारा सवाल उठाएं। आज हम यहां आए।  13 अगस्त तक लगातार चलेगा। प्रतिदिन 200 किसान सिंघु बॉर्डर से आएंगे और किसानों के मुद्दे पर चर्चा होगी। आज 3 कानूनों के पहले कानून APMC पर चर्चा हुई। इसके बाद हम कानून को संसद में खारिज करेंगे और संसद से अपील करेंगे कि ‘किसान संसद’ की बात मानकर कानून खारिज करे।

इससे पहले संसद में हंगामे के कारण दोनां सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई। लोकसभा और राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है। किसान पिछले 8 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार कहती है कि किसान हमसे बात करें लेकिन क़ानून वापस नहीं होंगे। जब आप ने कृषि क़ानून वापस नहीं लेने है तो किसान आपसे क्या बात करेंगे।

किसानों द्वारा नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंतर मंतर पर होने वाले प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के प्रदर्शन और आंदोलन का पूर्ण रूप से समर्थन करती है और इस मुद्दे पर सदन में चर्चा हो, इसके लिए मैंने स्थगन प्रस्ताव को सदन के स्पीकर को दिया है।

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