Home राष्ट्रीय क्या होगा किसान आंदोलन का, वार्ता का छठा दौर हुआ निरस्त

क्या होगा किसान आंदोलन का, वार्ता का छठा दौर हुआ निरस्त

भारत बंद के बाद उम्मीद जगी थी कि छठे दौर की बातचीत में किसान संगठन और सरकार के बीच कोई सुलह की गुंजाइश होगी। इस बात को उस समय भी अधिक बल मिला, जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। मगर, आखिरकार बुधवार को केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक नहीं हो पाई। सभी के जुबान पर अब यही सवाल है कि आखिर यह आंदोलन कब तक चलेगा ?

बता दें कि केंद्र सरकार अपने कानून को खत्म करने के मूड में नहीं है, तो दूसरी ओर हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर इसलिए डटे रहे कि उन्हें कानून को निरस्त करने से कुछ भी कम मंजूर नहीं है। किसानों का साफतौर पर कहना है कि वे कानूनों को वापस लिए जाने से कम किसी चीज में नहीं मानेंगे।

असल में, बुधवार की सुबह से ही इस बात के आसार दिख रहे थे। कई किसान नेताओं ने वार्ता का बहिष्कार करने की चेतावनी दी थी। आंदोलनकारी किसान सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके कारण दिल्ली आने जाने में भी आम जनता को कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

लोगों को आने जाने में दिक्कत न हो, इसके लिए दिल्ली यातायात पुलिस की ओर से समय-समय पर अपडेट किया जाता है। दिल्ली पुलिस ट्विटर के माध्यम से लोगों को टिकरी, झाड़ोदा, ढांसा बार्डरों पर हर तरह का यातायात बंद होने की जानकारी देती रही। बावजूद इसके दिल्ली के झटीकरा बॉर्डर पर केवल दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है। इससे वाहनों को दिक्कत हो रही है।

दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया है कि जो लोग वाहनों से आना जाना चाहते हैं, वे लोग हरियाणा जाने के लिए दौराला, कापसहेड़ा, बड़ूसराय, राजोकरी राष्ट्रीय राजमार्ग-8, बिजवासन, पालम विहार और डुंडाहेड़ा सीमाओं का प्रयोग करें।

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