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किसानों के ट्रैक्टर मार्च से सकते में है प्रशासन, किसानों ने कहा – विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा

नई दिल्ली। किसान संगठनों ने अपने तय कार्यक्रम के तहत आज दिल्ली की सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च किया। इसके लिए पुलिस प्रशासन को पहले से ही सतर्क रहने के लिए कहा गया था। सरकार लगातार इस पर नजर बनाए हुए है। खबर लिखे जाने तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिली है। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बाॅर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बाॅर्डर पर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 43वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि जब तक कानून रद्द नहीं होगा तब तक हम यहां बैठे रहेंगे।

आज सवेरे से ही बुराड़ी में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई। सिंघु बाॅर्डर से नजदीक होने के कारण  सबकी नजर रही। यहीं से किसानों का हुजूम दिल्ली प्रवेश करता। जाहिर है यह एक तरह से हाॅटस्पाॅट है। उत्तर-पश्चिम जिला के डीसीपी की ओर से कहा गया कि हमारी टीम तैनात है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। हम किसान संगठनों से भी बात कर रहे हैं कि अब तक जैसे उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया वैसे आगे भी करते रहें।

कृषि कानूनों के खिलाफ बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। फरीदकोट (पंजाब)के जिला प्रधान बिंदर सिंह गोले वाला ने बताया, कि आज 11 बजे हम लोगों ने अपना ट्रैक्टर मार्च शुरू किया। हमारा ये मार्च 26 जनवरी के लिए तैयारी है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी कहा कि यह ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी की तैयारी है। हमारा रूट गाजीपुर से डासना है। उसके बाद अलीगढ़ रोड पर हम रुकेंगे वहां लंगर होगा, फिर वहां से हम वापस आएंगे और नोएडा वाले ट्रैक्टर पलवल तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सरकार को समझाने के लिए ये कर रहे हैं।

दिल्ली से सटे हरियाणा के पलवल में भी कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। इससे पहले हरियाणा के नूंह में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाजा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। वहां के सब इंसपेक्टर ने बताया कि प्रशासन ने पूरा प्रबंध किया है।

केंद्रीय मंत्री कैलाश चैधरी की ओर से किसानों से अपील की गई। उन्होंने काह कि जिस तरह कम्यूनिस्ट लोग राजनीति के लिए आग में घी डाल रहे हैं। वे नहीं चाहते कि देश में शांति हो। मैं किसान यूनियन के भाईयों से कहना चाहता हूं कि शांति बनाए रखें। सरकार वार्ता के लिए हमेशा तैयार है। कल की तारीख भी तय है। कल निश्चित रूप से समाधान निकलेगा।

 

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