दुबई। पाकिस्तान के लिए एक बुरी खबर आई। वो पहले से ही आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है, उसके बीच रविवार की सुबह यह खबर आई कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया। 78 वर्षीय जनरल मुशर्रफ ने 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन किया। मुशर्रफ को पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो हत्याकांड और लाल मस्जिद के मौलवी की हत्या के मामले में भगोड़ा घोषित किया गया था।
डेली पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व सेनाध्यक्ष और पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद संयुक्त अरब अमीरात के अमेरिकी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। 1999 में सफल सैन्य तख्तापलट के बाद मुशर्रफ दक्षिण एशियाई राष्ट्र के दसवें राष्ट्रपति थे। पूर्व सैन्य शासक इलाज के लिए मार्च 2016 में दुबई गए थे और उसके बाद से वापस नहीं लौटे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि इससे पहले, मुशर्रफ ने “अपना शेष जीवन” अपने देश में बिताने की इच्छा व्यक्त की थी। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति जल्द से जल्द पाकिस्तान लौटना चाहते हैं।
मुशर्रफ कई महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उनके परिवार ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा था कि वे अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। अब रिकवरी की भी कोई गुंजाइश बाकी नहीं है। अमाइलॉइडोसिस में इंसान के शरीर में अमाइलॉइड नाम का असामान्य प्रोटीन बनने लगता है। यह दिल, किडनी, लिवर, नर्वस सिस्टम, दिमाग आदि अंगों में जमा होने लगता है, जिस वजह से इन अंगों के टिशूज ठीक से काम नहीं कर पाते।