कोलकाता। कांग्रेस को कई अध्यक्ष और नेता देने वाली पश्चिम बंगाल से कांग्रेस का इकबाल खत्म होता जा रहा है। विधानसभा में आज की तारीख में उसका नाम लेने वाला कोई नहीं है। तमाम बड़े नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति और दिवंगत कांग्रेसी नेता प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने भी कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया। अभिजीत मुखर्जी ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया है। पार्टी कार्यालय में आयोजित एक काय्रक्रम में उन्होंने टीएमसी का झंडा थामा है।
टीएमसी में शामिल होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी ने जिस तरह बीजेपी की हालिया सांप्रदायिक लहर को रोका, मुझे विश्वास है कि भविष्य में वह दूसरों के समर्थन से पूरे देश में ऐसा ही कर पाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्राथमिक सदस्यता के अलावा मुझे कांग्रेस पार्टी के किसी समूह या पद में शामिल नहीं किया गया था। इसलिए, मैं एक सैनिक के रूप में टीएमसी में शामिल हुआ हूं और पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम करूंगा। अखंडता और धर्मनिरपेक्षता बनाए रखने के लिए काम करूंगा।
Warmly welcoming Shri @ABHIJIT_LS into the Trinamool family!
We are certain that your contribution towards fulfilling @MamataOfficial's vision for a brighter Bengal shall be valued by all. pic.twitter.com/oSQgmfxVCR
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) July 5, 2021
बता दें कि अभिजीत मुखर्जी अपने पिता प्रणब मुखर्जी की संसदीय सीट जंगीपुर से ही दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। राज्य की राजनीति में उनका खासा दखल रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि साल 2019 में उन्हें हार का भी सामना करना पड़ा था।
कहा जा रहा है कि अभिजीत मुखर्जी के टीएमसी में आने के बाद कई दूसरे नेताओं का भी ममता बनर्जी के झंडे को थामने का सिलसिला बढ़ेगा। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो कांग्रेस के लिए पश्चिम बंगाल की राजनीति में खाली हुए सीटों को भरना बेहद मुश्किल होगा।