राहुल गांधी के “बचकाना व्यवहार और अपरिपक्वता” की तीखी आलोचना करते हुए पिछले हफ्ते कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद ने आज कहा कि वह एक “अच्छे आदमी” हैं, लेकिन उनमें राजनीति के लिए कोई योग्यता नहीं है।
वहीं, आजाद ने “राहुल गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने की नीति को लेफ्ट, राईट और सेंटर पर हमला करने की नीति” बताया है।
73 वर्षीय आज़ाद ने भाजपा में शामिल होने से भी इनकार किया है, तथा उन्होंने इस बात की पुष्टि भी की कि वह जम्मू और कश्मीर में अपनी पार्टी शुरू करना चाहते हैं।
एक इंटरव्यू में, आज़ाद ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) पार्टी की शक्तिशाली निर्णय लेने वाली संस्था आज “अर्थहीन” हो गई है तथा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नेतृत्व में शूरू हुई परामर्श प्रक्रिया भी खत्म हो चुकी है।
सोनिया गांधी को भेजे गए अपने पांच पन्नों के रेजिग्नेशन लेटर में, आजाद ने 2014 के राष्ट्रीय चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए राहुल गांधी को दोषी ठहराया, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू था।
इंटरव्यू में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि उन्होंने विचार-विमर्श के बाद, 2014 के चुनाव से पहले एक संगठनात्मक योजना की सिफारिश की थी।