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कैसे पानी के आगे कोका कोला की गिरी कीमत, रोनाल्डो ने क्या कहा ?

फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने लोगों को कोका कोला के बजाय पानी पीने के लिए आग्रह किया। उन्होंने अपने मेज से कोका कोला की बोतलें हटा दीं। इतना करने भर से कंपनी को अरबों की चपत कैसे लगी ?

नई दिल्ली। जल ही जीवन है। यूं ही नहीं कहा गया। एक नामचीन व्यक्ति ने पानी को महत्व दिया, तो बाजार से एक नामी प्रोडक्ट को अरबों का चूना ल गया। वह भी कुछ संकेंड में। हम बात कर रहे हैं कोका कोला (Coca Cola), पानी और फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) की।

असल में, पुर्तगाल के फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले थे। उनके मेज पर कोका कोला की बोतल रखीं थी। रोनाल्डो यूरो कप में पुर्तगाल के हंगरी के खिलाफ होने वाले ओपनिंग मैच से पहले मीडिया से बात करने वाले थे। इस कॉन्फ्रेंस में रोनाल्डो टीम के कोच फर्नांडो सांतोस के साथ पहुंचे थे। उन्होंने अपने और कोच की सीटों के सामने दो-दो कोका कोला की बोतलें रखी हुई देखीं। रोनाल्डो ने अपने सामने रखीं दोनों बोतलों को हटा दिया।

बात यही तक नहीं रूकी। कुछ सेकेंड में ही उन्होंने कोका कोला (Coca Cola) के साथ रखी पानी की बोतल को हाथ में ऊपर उठाया और अपने फैन्स को कोल्डड्रिंक के बजाए पानी पीने के लिए प्रेरित किया। बस क्या था ! इतना कहने भर से शेयर मार्केट में कोका कोला को 293 अरबों की चपत लगी।

उसके बाद सोशल मीडिया में कई तरह की प्रतिक्रिया आने लगी। यूजन ने रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) का समर्थन करते हुए कहा कि सही काम करने के लिए आपको समूह की मनेजमेंट पीआर टीम की जरूरत नहीं होती जमीर जिंदा है तो आप अकेले भी पर्याप्त है।

इसको लेकर भारत में भी अच्छी खासी प्रतिक्रिया आ रही है। कई लोग इसे स्वदेशी अभियान से भी जोडकर देख रहे हैं। कहा जा रहा है कि बाबा रामदेव कहेंगे कोक टॉयलेट क्लीनर है, यूज़ न करें तो बाबा लाला है आदि आदि आदि! क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने कोक को इस्तेमाल न करने की सलाह दी तो लहालोट! हमारे लोग तो न जाने कब से इंकार कर रहे हैं, और हम जैसे लोग साल में एक या दो बार या शायद उतना भी नहीं प्रयोग करते हैं। अपना नायक खुद बनिए, दूसरों में नायक खोजने बंद कर देंगे और मानसिक गुलामी से भी बाहर निकल आएँगे! अपने यहाँ भी पुलेला गोपीचंद कोक के विज्ञापन को नकार चुके हैं। लेकिन चूंकि वह भारतीय थे, तो उन्हें क्यों याद करना, छि भारतीय भी कोई आदर्श होते हैं?

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