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संगीत की दुनिया में ए आर रहमान, कहते हों जैसे – कभी रूकना नहीं

नई दिल्ली। जीवन में वही लोग सफलता के हर मुकाम को हासिल करते हों, जिनमें जुनून हो। जोश हो। हर वक्त सीखने की ललक हो। जो मिला है, उससे कभी संतुष्ट न हों। हर दिन नया हो। नई सोच के साथ। संगीत जैसे क्षेत्र में जब इसी जुनून के साथ कोई बीते दशक से सफलता का पूरक कहलाता है, तो हम और आप उसे ए आर रहमान के नाम से जानते हैं। भारत सरकार रहमान को 2010 में पद्मभूषण अवॉर्ड से भी नवाज चुकी है।

जी हां, आज 6 जनवरी को संगीतकार ए आर रहमान का जन्मदिन है। आज वे 54वें साल में प्रवेश कर गए। सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले सुबह से ही दुआ और शुभकामनाएं दे रहे हैं। अपने म्यूजिक के बारे में बात करते हुए ए आर रहमान ने कहा था कि म्यूजिक ने ही उन्हें हर चीज दी है, सम्मान, ऑस्कर्स, ग्रैमी, प्यार, पहचान और भी कई चीजें। रहमान को अब तक चार नेशनल फिल्म अवॉर्ड, दो एकेडमी अवॉर्ड, दो ग्रैमी अवॉर्ड और एक बाफ्टा अवॉर्ड, एक गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड, 15 फिल्मफेयर अवॉर्ड और 16 फिल्मफेयर साउथ अवॉर्ड मिल चुका है।

करियर की बात करें, तो उन्होंने मणिरत्नम की 2002 में आई फिल्म रोजा के जरिए डेब्यू किया। रोजा के असाधारण संगीत ने काफी सराहना बटोरी, साथ ही उन्हें रोजा फिल्म में उनके म्यूजिक के लिए कई खिताबों से भी नवाजा गया। उसके बाद से वो ‘रंगीला’, ‘ताल’, ‘दिल से’, ‘जोधा अकबर’ ‘रंग दे बसंती’ और ‘रॉकस्टार’ जैसी सैकड़ों फिल्मों के लिए शानदार संगीत दे चुके हैं।

ए आर रहमान के टॉप सॉन्ग्स की बात करें तो उनके सबसे मशहूर गानों में से एक है स्लमडॉग मिलियनेयर्स का जय हो सॉन्ग। साल 2008 में एआर रहमान को फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर्स’ में उनके म्यूजिक के लिए ऑस्कर से भी नवाजा गया था, जो कि फिल्म इंडस्ट्री का सबसे बड़ा खिताब माना जाता है।

 

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