इंडिगो, चेन्नई-तिरुचिरापल्ली फ्लाइट के एक यात्री ने पिछले साल 10 दिसंबर को आपातकालीन द्वार खोल दिया। जिसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने मंगलवार को एक आधिकारिक कम्युनिकेशन के माध्यम से यह कहते हुए सुचित किया कि उसने इस घटना पर ध्यान दिया है और इसकी जांच के आदेश दिए है।
DGCA के पिछले कम्युनिकेशन में कहा गया था कि उड़ान त्रिवेंद्रम के लिए बाध्य थी, लेकिन वाहक ने बाद में एक स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि यह तिरुचिरापल्ली के लिए उड़ान भर रहा था।
वहीं इस बात की पुष्टि करते हुए कि उड़ान नियामक ने इस घटना पर ध्यान दिया था। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एएनआई को बताया कि “घटना की विधिवत सूचना दी गई थी। ऐसा प्रतीत होता है कि यात्री ने गलती से आरएच आपातकालीन निकास द्वार खोल दिया, हालांकि विमान उस वक्त जमीन पर था।
घटना के बाद चालक दल के सदस्यों ने उड़ान योग्यता को बहाल करने के लिए सभी उचित कार्रवाई जैसे दरवाजे को फिर से स्थापित किया तथा प्रस्थान के लिए उड़ान को मंजूरी देने से पहले दबाव जांच की गई।