बलिदान दिवस पर याद किए जा रहे हैं जनसंघ के संस्थापक डाॅ मुखर्जी, पीएम सहित कई गणमान्य ने दी श्रद्धांजलि

भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रखर राष्ट्रवादी एवं महान शिक्षाविद् डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी है। भाजपा की ओर से जगह-जगह सेवा कार्य और पौधारोपण किया जा रहा है।

नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा नेताओं और राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित हैं। उनके पुण्यतिथि के अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से जगह-जगह सेवा कार्यों का आयोजन किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में लोगों से आग्रह किया कि सभी डाॅ मुखर्जी के जीवन से प्रेरणा लें। उनके बताए गए रास्तों पर चलकर समाजसेवा की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया- “उनके नेक आदर्श, समृद्ध विचार और लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती रहेगी। राष्ट्रीय एकता की दिशा में उनके प्रयासों को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।”

बता दें कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे, जनसंघ के बाद से ही बाद में भारतीय जनता पार्टी का उदय हुआ था। मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। डॉ॰ मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उस समय जम्मू कश्मीर का अलग झण्डा और अलग संविधान था। संसद में अपने भाषण में डॉ॰ मुखर्जी ने धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त 1952 में जम्मू की विशाल रैली में उन्होंने अपना संकल्प व्यक्त किया था कि या तो मैं आपको भारतीय संविधान प्राप्त कराऊँगा या फिर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिये अपना जीवन बलिदान कर दूँगा। वर्ष 1953 में 23 जून को जेल में रहस्यमयी परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई थी।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने देश की अस्मिता व अखंडता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने भारत का पुनः विभाजन होने से बचाया। उनका त्याग, समर्पण और उनके आदर्श युग-युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे। ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन।

दिल्ली में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर हौज़ खास में वृक्षारोपण किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में कहा कि डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर में धारा 370 को पूरी तरह समाप्त करते हुए वहां के विकास की एक नई रूपरेखा तैयार की।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भोपाल में पौधारोपण ​किया।