Home राष्ट्रीय करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज, अब हो रही है राजनीति

करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज, अब हो रही है राजनीति

किसान करनाल में हाइवे पर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के साथ कहा-सुनी हुई, उसके बाद नौबत लाठीचार्ज तक। कई दूसरे जिले को अलर्ट कर दिया गया हैं। किसान नेता सहित राहुल गांधी इसकी निंदा कर चुके हैं। राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है।

करनाल। हरियाणा में किसानों के प्रदर्शन पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। उसके बाद इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी हो रही है। किसान नेता सहित विपक्षी नेता इसकी निंदा कर रहे हैं, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इसे प्रशासनिक मामला समझा रहे हैं।

बता दें कि करनाल जिले में किसानों पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन शुरू हो गया है। किसानों ने जगह-जगह रास्तों को बंद करना शुरू कर दिया है। अलावा खबर ये मिल रही है कि रोहतक-पानीपत हाईवे को भी किसानों ने ब्लॉक कर दिया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है, “फिर खून बहाया है किसान का, शर्म से सिर झुकाया हिंदुस्तान का”

एडीजीपी हरियाणा नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि करनाल में बस्तारा टोल प्लाजा के पास 12 बजे कुछ किसान प्रदर्शनकारियों ने ज़बरदस्ती राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर करनाल शहर की तरफ़ जाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें जाने से रोका तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बल पर पत्थर फेंके। उसके बाद नियमानुसार पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और उन्हें वहां से हटाया। इसमें 4 किसान और 10 पुलिसकर्मियों को चोट आई हैं।

इस घटना के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के करनाल में बसताड़ा टोल पर आन्दोलित किसानों पर लाठी चार्ज दुर्भाग्यपूर्ण है 5 सितंबर मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत से ध्यान भटकाने के लिए सरकार षड्यंत्र रच रही है देशभर के किसान पूर्ण रूप से तैयार रहें । एसकेएस के फैसले का पालन करें।


इस घटना के बाद करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने पंचकूला में चंडीमंदिर टोल प्लाजा के पास पंचकूला-शिमला हाईवे को जाम कर दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर पुलिस की इस कार्रवाई को गलत ठहराया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है, “शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर इस तरह लाठीचार्ज करना सरासर गलत है।”

इस संदर्भ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अगर उन्हें(किसान) प्रदर्शन करना था तो वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते उसपर कोई आपत्ति नहीं थी। बातचीत करके बताएंगे कि किसकी ज्यादती है। शांतिपूर्वक प्रदर्शन में वे(किसान) पुलिस पर पत्थर मारते हैं और हाईवे को जाम करते हैं तो क़ानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को भी कुछ काम करना होगा। पुलिस की ज्यादती है तो दंडित किया जाएगा और किसानों की ज्यादती है तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

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