Home लाइफस्टाइल Makeup in COVID19 : कोरोना काल में कैसे सजे-संवेरे आप ?

Makeup in COVID19 : कोरोना काल में कैसे सजे-संवेरे आप ?

कोरोना की महामारी के गम्भीर रूप धारण करने से हमारे मेकअप और बाहरी सौन्दर्य में खासे बदलाव देखने में मिल रहे हैं। इस महामारी से सौंदर्य उद्योग में अनेक बदलाव देखने में मिल रहे हैं जहां अनेक सौंदर्य प्रसाधनों की आपूर्ति और मांग में नए प्रचलन देखने में आ रहे हैं।

नई दिल्ली। एक ओर शादी (Marraige) का सीजन, दूसरी ओर कोरेाना (COVID19) का प्रकोप। जाना भी और कोरोना के नियमों का पालन भी करना है। जिनके घर शादी-ब्याह है, उन्हें तो पूरा पालन करना होगा। अब सवाल उठता है कि इस सीजन में महिलाएं कैसे सजे ? आइए हम आपकेा बताते हैं।

असल में, मेकअप मात्र शरीर के बाहरी अंगों की सुन्दरता को निखारने का साधन ही नहीं है, बल्कि मेकअप से महिलाओं में विश्वास के सकारात्मक भाव जागृत होते हैं। महिलाओं के लिए मेकअप एक आर्ट है। मेकअप थैरेपी के माध्यम से महिलाएं स्वंय को स्वच्छन्द एवं स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्त कर पाती हैं। कोरोना की इस महामारी काल में फेस मास्क चेहरे के महत्वपूर्ण फीचर्जस ढक लेते हैं, इसलिए मेकअप के प्रति भावुक महिलाएंे अपनी सुन्दरता व्यक्त करने के लिए नए तरीके इजाद कर रही हैं। फेस मास्क के नियमित प्रयोग के परिणामस्वरूप तैलीय और संवेदनशील त्वचा की महिलाओं को दाद, खाज, खुजली कील, मुहांसे आदि त्वचा से जुड़ी अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मास्क के लगातार उपयोग की अनिवार्यता के मद्देनजर हमें अपनी बेसिक मेकअप तथा त्वचा की देखभाल से सम्बन्धित पद्धति को बदलना पड़ रहा है।

महिलाऐं खुद को अभिव्यक्त करने के लिए आंखों (Eyes) का अधिकतम सदुपयोग करती है। रंग-बिंरगे लैंसेज और ग्राफिक लाईनर आंखों के प्रकृतिक रंग की शोभा बढ़ाते हैं तथा कई बार फेशियल कवरिंग से समन्वय बिठाते हैं। सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन (Shahnaaz Hussain) बताती हैं कि यदि आप लगातार फेस मास्क पहन रही हैं तो भी मास्कलाईन के बाहर आप हल्के सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग कर सकती हैं। लेकिन फेस मासक से ढकी त्वचा तथा चेहरे के नीचले हिस्से पर किसी भी प्रकार के मेकअप आदि से परहेज करना चाहिए। हमारी त्वचा को साँस लेने के लिए कुछ खुली जगह चाहिए होती है इसलिए हमेशा काॅटन (सूती) , प्रकृतिक सिल्क या बांस के वस्त्र के बने फेस मास्क पहनने को प्राथमिकता दें जिससे त्वचा को कोई जलन या खाज खुजली आदि का अहसास ना हो। अपने फेस मासक को नियमित रूप से धोकरध्साफ रखकर इसे सैनेटाइज करना जरूरी होता है। त्वचा के अनुकूल वस्त्रों से बनाए गए फेस मास्क के उपयोग जहां त्वचा सहज महसूस करती है बहीं वातावरण में विद्यमान प्रदुषण तथा अन्य हानिकारक तत्वों से भी त्वचा की प्रभावी रोकथाम सम्भव की जा सकती हैं। इस समय बाजार में मास्क को एक फैशन के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है तथा मास्क का बड़े पैमाने पर व्यापारिकरण किया जा रहा है अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियां तथा ई-कार्मस पोर्टल आदि के फैशनेबल फेस मास्क काफी महंगे दामों पर बाजार में धड़ल्ले से बेच रहे हैं और यह महंगे मास्क कुछ लोगों के लिए स्टेटस सिंबल बन चुके हैं । ज्यादातर सिंथैटिक फैबरिक फेस मास्क रसायनिक तत्वों से उपचारितध्ट्रीट किए जाते हैं जिनके नियमित उपयोग से ठोड़ी, जबड़े, गालों या मुंह पर गन्दगी, तैलीय पदार्थ, पसीना आदि जमने से सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सिंथैटिक कपड़े के फेस मास्क के लगातार उपयोग से आंखों के नीचले भाग, ठोड़ी आदि अंगों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है तथा इससे बचने के लिए दिन और रात्रि में त्वचा की कलीजिंग, टोनिंग और माइस्चराइजिंग अत्यन्त महत्वपूर्ण मानी जाती है। मेरा व्यक्तिगत सुझाव है कि जब भी आप भीड़ से दूर अकेले हों तो कुछ देर मासक को हटाकर अपने चेहरे पर माइस्चराईजर लगा लें तथा उसके थोड़ी देर बार फिर मास्क को चेहरे पर लगा लें। यदि आप फेस मास्क का नियमित उपयोग करती हैं तो आपको त्वचा की सफाई, पौषण तथा उपयुक्त हाइजीन अपनाने की जरूरत है।

सच तो यही है कि फेस मास्क (Mask) से ढके चेहरे (Face) की त्वचा को प्रकृतिक आभा तथा उसके स्वरूप को बनाए रखने के लिए माइस्चराईजर सीरप तथा क्रीम का प्रभावी प्रयोग किया जाना चाहिए। दिन में जल आधारित फल, भोजन के अतिरिक्त 8-10 गिलास पानी, नारियल पानी, जूस या सूप का जरूर सेवन करें। हाइड्रेटड त्वचा में तैलीय पदार्थों का उत्सर्जन नहीं होता है जिससे आपकी त्वचा ताजी उज्जवल निरोगी तथा ताजगी से भरपूर रहती है।

यदि आपको फाउंडेशन उपयोग करने की आवश्यकता महसूस हो तो इसे जल आधारित हल्का फाऊंडेशन उपयोग करें। सामान्यतः आयॅल फ्री क्रीम के उपयोग को प्राथमिकता दें क्योंकि यह मास्क के अन्दर बोझिल महसूस नहीं होगी। मास्क के अंदर वाटरप्रूफ तथा स्पंजप्रूफ सौंदर्य उत्पाद ज्यादा उपयोगी और आरामदायक साहिब होंगे।

मेकअप में एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है जिसमें लिपस्टिक की बजाए आंखों की सुन्दरता पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है नए फैशन के अनुसार आंखों का मेकअप, काजल, आईलाईनर, आई शैडो महिलाओं की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। सौन्दर्य आखों पर केन्द्रित होने की वजह से स्वंय आईब्रो की पलकिंग और शेपिंग करके आंखों को आर्कषक बनाना चाहिए। आप मास्क में भी लिपस्टिक लगा सकती हैं लेकिन आपको यह ध्यान रखना होगा कि होठों की त्वचा खराब न हो। रात को होठों पर लिपबाम या बादाम तेल रातभर लगा रहने दें इससे आपके होठ मुलायम और आर्कषक बनेंगे। लम्बे समय तक खुले आसमान में मास्क पहनने से चेहरे के खुले भागों में कालापन आ जाएगा।

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