उठ रहे थे कई सवाल, सरकार ने कहा सेंट्रल विस्टा परियोजना में कोई वृक्ष नहीं काटा गया

दिल्ली के चार मौसम विज्ञान केंद्रों ने अपना अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया। अगले पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जबकि अगले दो दिनों के दौरान गुजरात में लू चलने की संभावना है।

नई दिल्ली। गर्मी का मौसम शुरू हुआ और दिल्ली में कई प्रकार की बातें होने लगी। पर्यावरण में बदलाव का प्रमुख कारण पेड़ों को काटना भी माना गया। कई मंचों से कुछ लोगों ने कहा कि इंडिया गेट के आसपास के इलाके में सरकारी परियोजना के कारण कई हरे-भरे पौधों को काटा गया है। लेकिन इन बातों को केंद्र सरकार की ओर से सोमवार को खारिज कर दिया गया है।

सरकार ने सोमवार को संसद में कहा कि सेंट्रल विस्टा विकास और पुनर्विकास मास्टर प्लान के तहत विभिन्न परियोजनाओं में कोई वृक्ष नहीं काटा गया है और अब तक अन्य स्थानों पर 1,051 वृक्ष लगाए गए हैं। आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान प्रभावित वृक्षों का आवश्यक ध्यान रखा जाता है कि उन पर न्यूनतम प्रभाव पड़े। उन्होंने कहा कि प्रतिरोपित किए जाने वाले वृक्ष का दस गुना प्रतिपूरक वृक्षारोपण भी दिल्ली में किया जा रहा है।

उनसे सवाल किया गया था कि क्या यह सच है कि चालू सेंट्रल विस्टा परियोजना के लिए सैकड़ों पेड़ों को उखाड़ा जाएगा। मौजूदा सरकार की महत्‍वाकांक्षी सेंट्रल विस्‍टा परियोजना के तहत नए संसद भवन और अन्य इमारतों का निर्माण किया जाना है।

बता दें कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में सोमवार को लू का प्रकोप रहा और चार स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया।सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है, लेकिन लोगों को गर्मी से जल्द राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।