Sabzi Mandi Building Collapse : नगर निगम फिर सवालों के जद में, दो बच्चों की मौत

सब्जी मंडी में मकान गिरने से कई सवाल उठने लगे हैं। नगर निगम के अधिकारियों के भ्रष्टाचार को लेकर जनता सवाल कर रही है। क्यों हर बार दुर्घटना के बाद ही ऐसे सवाल उठते हैं ?

नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सब्जी मंडी इलाके में सोमवार की सुबह एक मकान भरभराकर गिर गया। सुबह करीब 11 बजे यह दुर्घटना हुई, उसके बाद शाम तक राहत व बचाव कार्य जारी रहा। दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीम लगी रही। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीन लोगों की मौत हुईं और कई घायल हुए हैं। इमारत ढहने के चलते वहां से गुजर रहे दो बच्चे भी इसकी चपेट में आ गए थे। इन दोनों बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
NDRF के असिस्टेंट कमांडेंट श्रीनिवास ने बताया, अब तक 50% से ज़्यादा ऑपरेशन ख़त्म हो गया है। एक महिला और दो बच्चों को बाहर निकाला गया है, 3-4 आदमियों के और होने की संभावना है।”
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब यह मकान निगम की ओर से जर्जर घोषित किया गया था, तो उसकी एक मंजिल पर मरम्मत और निर्माण को कैसे किया जा रहा था ? लोगों में आक्रोश इस बात को लेकर था कि इलाके में जब भी भवन निर्माण का काम होता है, निगम के जूनियर इंजीनियर और उनके लोग वसूली के लिए आ जाते हैं, लेकिन जब दुर्घटना होती है, तो कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।
बताया गया कि आज 4-5 मजदूर दुकान में ही ड्रिलिंग का काम कर रहे थे। आस-पास के लोगों के मुताबिक अचानक बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई। बिल्डिंग के नीचे काम चल रहा था जिसमें मजदूर काम कर रहे थे, उनके भी दबे होने की आशंका है। चश्मदीदों के मुताबिक कई लोगों के दबे होने की आशंका है। मलबे में कई गाड़ियां भी दबी हैं। इमारत ढहने के बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई है।
तकरीबन 11.50 बजे बिल्डिंग के गिरने की सूचना मिली। यह बिल्डिंग रॉबिन सिनमा के पास मल्का गंज में स्थित है। दिल्ली सेंट्रल रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस एनसी बुंदेला ने बताया कि स्थानीय पुलिस, एमसीडी, एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद हैं और राहत व बचाव का काम कर रही हैं। बिल्डिंग के मलबे में कितने लोग दबे हैं हमे इसका आंकलने करने में समय लगेगा।