सामने आया नीतीश और आरसीपी की तानातानी, क्यों दिया गया आरसपी को नोटिस

कभी नीतीश कुमार के सबसे खास सिपहसालार रहे आरसीपी सिंह को जदयू ने आय-संपत्ति के मामले में नोटिस थमा दिया है। इस नोटिस को सार्वजनिक करके तत्काल जवाब मांगा गया है। इससे बिहार की राजनीति में कई चर्चाओं को बल मिल रहा है।

नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के पूर्व सांसद आरसीपी सिंह के संबंध अब बेहद खराब हो चुके हैं। कभी वो नीतीश के आंखों की तारा थे, लेकिन अब तो जदयू आरसीपी से पूरी कमाई का हिसाब मांग रही है। बिहार में सत्तारूढ़ जदयू ने अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद आरसीपी सिंह को नोटिस थमा दिया है। इस नोटिस में उनसे पूरी संपत्तियों का हिसाब मांगा गया है। और तो और, उनसे संपत्तियों के विवरण में विसंगतियों पर जवाब मांगा गया है।

माना जा रहा है कि इससे बिहार की राजनीति में नया उबाल आएगा। मामला भले ही अभी केवल जदयू का दिख रहा है, लेकिन इसका असर राज्य की राजनीति पर पड़ेगा। सियासी हलकों में चर्चा जोरों पर है कि आरसीपी सिंह भाजपा के कई रणनीतिकारों के संपर्क में थे। वो बिहार में नीतीश कुमार की कुर्सी को अस्थिर करने के लिए बनाई जा रही एक रणनीति का हिस्सा थे। इसकी भनक नीतीश कुमार को लगी और उन्हें राज्यसभा का इस बार टिकट नहीं दिया गया।

बता दें कि राजनीति में आरसीपी के नाम से चर्चित पूर्व केंद्रीय मंत्री व जदयू नेता का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है। उनको शनिवार की सुबह नोटिस बिहार जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जारी किया है। इस नोटिस में कहा गया है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के नाम पर 2013-2022 से पंजीकृत अचल संपत्तियों के विवरण में विसंगतियां हैं। इसलिए वे जल्द से जल्द इस नोटिस का जवाब दें।

जदयू नेता कुशवाहा द्वारा सिंह को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि नालंदा जिला जदयू के दो साथियों ने साक्ष्य के साथ शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार आपके एवं आपके परिवार के नाम से वर्ष 2013 से 2022 तक अकूत अचल संपत्ति पंजीकृत कराई गई है। इसमें कई प्रकार की अनियमितताएं नजर आती हैं। आप लंबे समय से जनता के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के साथ अधिकारी व राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहे हैं। आपको माननीय नेता ने दो बार राज्यसभा का सदस्य, पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा केंद्र में मंत्री के रूप में कार्य करने का अवसर पूर्ण विश्वास व भरोसे के साथ दिया। आप इस तथ्य से भी अवगत हैं कि माननीय नेता नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं।