बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु सहित कई जिलों में भारी बारिश और उसके बाद जलभराव और कुछ हिस्सों में बाढ़ से सरकार की पूरी कलई खुल गई है। जनता परेशान है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सीधे तौर पर इन परेशानियों के लिए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है।
जब मीडिया ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस परस्थितियों को लेकर बात की तो उन्होंने सीधे कहा कि बेंगलुरु में जलभराव पिछली कांग्रेस सरकार के कुप्रशासन और पूरी तरह से अनियोजित प्रशासन के कारण हुआ है।
Karnataka CM Basavaraj Bommai, along with ministers CN Ashwathnarayan & R Ashok, local MLA, BBMP officials & concerned dept visited rain-affected & waterlogged areas at Outer Ring Road, Bengaluru near Eco Space, early morning today. pic.twitter.com/ET7JOWgOUu
— ANI (@ANI) September 7, 2022
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के बयान पर कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के शिवकुमार ने कहा कि आप सत्ता छोड़ दो और राष्ट्रपति शासन होने दो। हम जानते हैं कि अगर हम सत्ता में आएंगे तो हम समस्या का समाधान कर देंगे।
सिलिकॉन सिटी के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से कई वाहन जलमग्न हो गए हैं। इसके अलावा, बेंगलुरू में वाहनों के मालिक अब चिंतित हैं कि बाढ़ का पानी घटने के बाद क्या होगा और मैकेनिक को कितना खर्च करना होगा। बेंगलुरु में सोमवार को 13 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हुई, जबकि कुछ इलाकों में 18 सेंटीमीटर तक बारिश हुई। इस अत्यधिक वर्षा का श्रेय एक कतरनी क्षेत्र को दिया जाता है जो दक्षिणी कर्नाटक में विकसित हुआ है, जो बेंगलुरु को अपने दायरे में समेटे हुए है। एक कतरनी क्षेत्र एक मानसून मौसम की स्थिति है जिसमें एक क्षेत्र में भारी बारिश वाले बादलों का विरोध करने वाली हवाएं होती हैं।