राहुल गांधी के बयान पर एस जयशंकर ने कहा ‘पिटाई’ जैसे शब्द का इस्तेमाल जवानों के लिए नहीं होना चाहिए

राहुल गांधी ने कहा था कि “चीन ने हमारी जमीन ले ली है। वे जवानों को पीट रहे हैं। चीन की धमकी साफ है। और सरकार इसे छुपा रही है, इसे अनदेखा कर रही है।“

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज संसद में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के संदर्भ में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा “पिटाई (पिटाई)” शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई। श्री गांधी ने अरुणाचल प्रदेश में कथित चीनी अग्रिमों पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि “हमारे जवानों की पिटाई हो रही है (हमारे सैनिकों को पीटा जा रहा है)”।

राजनीतिक मतभेद होने पर भी हमें कोई समस्या नहीं है, भले ही राजनीतिक आलोचना हो। मैंने कभी-कभी सुना है कि मेरी अपनी समझ को और गहरा करने की जरूरत है। जब मैं देखता हूं कि कौन सलाह दे रहा है, तो मैं केवल झुक सकता हूं और सम्मान कर सकता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि हमें अपने जवानों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आलोचना नहीं करनी चाहिए। हमारे जवान यांग्त्से में 13,000 फीट की ऊंचाई पर खड़े हैं, हमारी सीमा की रक्षा कर रहे हैं, वे ‘पिटाई’ शब्द के लायक नहीं हैं। जयशंकर ने कहा, ‘पिटाई’ शब्द का इस्तेमाल हमारे जवानों के लिए नहीं होना चाहिए।

जयपुर में अपने अखिल भारतीय पैदल मार्च – भारत जोड़ो यात्रा – के दौरान गांधी की टिप्पणी के तुरंत बाद, जहां उन्होंने सरकार पर चीन द्वारा उत्पन्न खतरे को कम करने का आरोप लगाया था वहीं उन्होंने यह कहते हुए कि बीजिंग युद्ध की तैयारी कर रहा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रशासन “सो रहा था”। जिसके बाद भाजपा ने उनकी टिप्पणी का विरोध करते हुए एक तीखा हमला किया था। बीजेपी नेताओं की मांग है कि कांग्रेस उन्हें तुरंत पार्टी से निकाल दे।