पाकिस्तान न्यायालय नें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भेजा नोटिस

पाकिस्तान के अधिकारियों द्वारा यह दावा किया गया है कि इस्लामाबाद न्यायालय ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अपमान के आरोपों का जवाब देने के लिए अगले सप्ताह कोर्ट में पेश होने को कहा है।

मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामाबाद की एक कोर्ट नें एक हफ्ते के अंत में एक रैली के दौरान एक न्यायाधीश को धमकी देकर  करने का जवाब देने के लिए अगले हफ्ते अदालत में पेश होने को कहा है।

बता दें कि पाकिस्तान सरकार, सत्ता वापसी के लिए बड़े पैमाने पर रैलियां कर रहे इमरान खान पर दबाव बना रही है। वहीं, पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में इमरान खान के करीबी सहयोगी सहबाज गिल के घर पर पुलिस ने छापा मारा और पूछताछ के लिए उन्हें अपने साथ ले गई।

यह घटना दो दिन बाद सामने आई जब अधिकारियों ने इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद का आरोप लगाया है।  जिसके कारण पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव उत्पन्न हो गया है। एक रैली के दौरान शनिवार को एक भाषण में इमरान खान ने पुलिस अधिकारियों और एक महिला न्यायाधीश ज़ेबा चौधरी पर केस करने का प्रण लिया और आरोप लगाया कि गिल को इस माह के  प्रारंभ में उनकी शुरुआती गिरफ्तारी के बाद गलत व्यवहार किया गया था।

तहरीक-ए-इंसाफ इमरान खान की विपक्षी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने द एसोसिएटेड न्यूजपेपर में बताया है कि इमरान खान की टीम नोटिस की जांच करेगी लेकिन उनके अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के पास इमरान खान के अवज्ञा करने को लेकर केस करने का अधिकार नहीं है।

खान कि धमकियों से शहबाज शरीफ की सरकार खुश नहीं है। हालाँकि आमतौर पर कोर्ट अपराधियों को माफ कर देती है, अगर अपराधी माफी माँगते हैं। अतीत में ऐसे कई उदाहरण हैं जब राजनेताओं को न्यायाधीशों की अवज्ञा करने के लिए दोषी ठहराया गया था।

पारिवारिक शासन के पैटर्न को खत्म करने का वादा लेकर इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता में आए। उनके विरोधियों का कहना है कि उन्हें सेना की सहायता से चुनकर लाया गया था, जिसने अपने 75 वर्ष के इतिहास के आधे समय तक हमारे देश पर शासन किया है।

इमरान खान की अपनी सरकार गिरने के बाद से, उन्होंने जल्द चुनाव करने की मांग की है और लोगों के दबाव के जरिये शहबाज शरीफ की सरकार को हटाने का प्रण लिया है।