Home मनोरंजन नहीं रहे बनारस घराने के पंडित राजन मिश्रा

नहीं रहे बनारस घराने के पंडित राजन मिश्रा

पदमभूषण राजन मिश्रा और साजन मिश्रा दोनों भाई थे। उनका मानना था कि जैसे मनुष्य का शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है, वैसे ही संगीत के सात सुर ‘सारेगामापाधानी’ पशु-पक्षियों की आवाज से बनाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि आपदा के लिए प्रकृति नहीं, हम जिम्मेदार हैं।

नई दिल्ली। पद्म भूषण से सम्मानित पंडित राजन मिश्र (Pandit Rajant Mishra) का आज दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली के सेंट स्टीफन अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें वेंटीलेटर नहीं मिल सका। करीब 6:30 बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली।

राजन और साजन मिश्रा दोनों भाई थे और साथ में ही कला का प्रदर्शन करते थे। दोनों भाइयों ने पूरे विश्व में खूब प्रसिद्धी हासिल की। इन्हें सन 2007 में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण (PadmBhushan) से सम्मानित किया गया था। इनका संबंध बनारस घराने से था। उन्होंने 1978 में श्रीलंका में अपना पहला संगीत कार्यक्रम दिया और इसके बाद उन्होंने जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, यूएसएसआर, सिंगापुर, कतर, बांग्लादेश समेत दुनिया भर के कई देशों में प्रदर्शन किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पद्म भूषण पंडित राजन मिश्र जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है। उनका निधन शास्त्रीय संगीत जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति व परिजनों को यह दुःख सहने की क्षमता प्रदान करें।

उनके निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि बनारस घराने से जुड़े प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित राजन मिश्र जी के निधन का दुःखद समाचार मिला है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें।

लोक गायिका मालिनी अवस्थी (Malini Awashthi) ने भी अपनी शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि नही रहे पंडित राजन मिश्रा (Pandit Rajan Mishra)। कुछ कहने को नही है। कॅरोना के बाद आये हृदयाघात ने उन्हें हमसे छीन लिया। काशी फिर सूनी हो गई। महादेव साजन भैया को और समस्त परिवार को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे। बाबा विश्वनाथ उन्हें सदगति प्रदान करे।

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