PM मोदी का 38 लाख स्टूडेंट्स से संवाद, परीक्षा पे चर्चा के जरिए पीएम ने बच्चों को दिया गुरु मंत्र

दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के लाखों छात्रों से चर्चा की.इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा’ मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं… मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है।उन्होंने आगे कहा कि आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आप से नई अपेक्षा करेगा.
चारों तरफ से दबाव होता है लेकिन क्या हमें इस दबाव से दबना चाहिए?ऐसे ही आप भी यदि अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं तो आप भी ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे। कभी भी दबाव के दबाव में ना रहें।


केवल परीक्षा के लिए ही नहीं हमें अपने जीवन में हर स्तर पर टाइम मैनेजमेंट को लेकर जागरूक रहना चाहिए।आप ऐसा स्लैब बनाइए कि जो आपको कम पसंद विषय है उसको पहले समय दीजिए.उसके बाद उस विषय को समय दीजिए जो आपको पसंद है।जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है.आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं।उन्होंने आगे कहा कि सबसे पहले तो आपको यह निर्णय करना है कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट हैं. कभी-कभी आप खुद से ज्यादा स्मार्ट.अपने गैजेट को मान लेते हैं और गलती वहीं से शुरू होती है।आप जितना स्मार्टली गैजेट का इस्तेमाल करेंगे उतने ही अच्छे परिणाम मिलेंगे।उन्होंने आगे बताया कि दुनिया की सबसे पुरातन भाषा जिस देश के पास हो उस देश को गर्व होना चाहिए।UN में मैंने जानबूझ कर कुछ तमिल भाषा से जुड़ी बातें बताई क्योंकि मैं दुनिया को यह दिखलाना चाहता था कि दुनिया की सबसे पुरानी भाषा हमारे पास है।