Home राष्ट्रीय राष्ट्रपति ने किया ’महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय’ का शिलान्यास और उदघाटन

राष्ट्रपति ने किया ’महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय’ का शिलान्यास और उदघाटन

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत का इतिहास गौरवमय रहा है। हमारे वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और शिक्षकों ने पूरी दुनिया को अपनी मेधा एवं समर्पण-भावना से लगातार प्रभावित किया है।

गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया। इस दौरान उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौज़ूद थीं।

बता दें कि राष्ट्रपति अभी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। अपने संबोधन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोविड-19 की लड़ाई में विशेषकर दूसरी लहर में आयुष चिकित्सा पद्धतियों ने लोगों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने तथा उन्हें संक्रमण मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले 2 दशकों में पूरे देश में आयुष चिकित्सा पद्धतियों की लोकप्रियता में बढ़ोतरी हुई है। स्वामी विवेकानंद कहते थे कि उन्हें ऐसी शिक्षा चाहिए, जिससे चरित्र बने, मानसिक बल बढ़े, बुद्धि का विकास हो और जिससे मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सके।

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के शिलान्यास के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे खुशी है कि यह विश्वविद्यालय अपने पहले सत्र में ही आयुर्वेद और पैरामेडिकल के अनेक पाठ्यक्रमों को नए सत्र में शुरू करने जा रहा है। पिछले डेढ़ साल से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। इस दौरान दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं होगा जिसने इस महामारी से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत की चिकित्सा पद्धतियों का अनुसरण न किया हो।

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