Home क्राइम Rajasthan News : जोधपुर में अभी भी तनाव, प्रशासन ने लगाया है...

Rajasthan News : जोधपुर में अभी भी तनाव, प्रशासन ने लगाया है कर्फ्यू

फवाहों को फैलने से रोकने के लिए इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। हर दंगाइयों के साथ सख्ती से निबटने का आदेश दिया गया है।

जोधपुर। जोधपुर शहर में कर्फ्यू जारी है। क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सड़कों पर पुलिस की तैनाती की गई है। राजस्थान के जोधपुर शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद मंगलवार को 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। जिले में हर छोटी घटना पर नजर रखी जा रही है। कुल 97 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

जोधपुर में लागू कर्फ्यू पर एडीसीपी,जोधपुर, रघुनाथ गर्ग ने कहा कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। यहां पर एक डिप्टी एसपी, एक एडिशनल एसपी, इंस्पेक्टर और सभी रैंक के अधिकारी मौजूद हैं। जिन बच्चों की परीक्षा हैं, उन्हें अनुमति दी गई है। डोक्युमेंट देखकर भेजा जा रहा है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) हवा सिंह घूमरिया ने कहा कि जोधपुर में हुए दंगों के सिलसिले में अब तक कुल 97 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। डिप्टी और एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी तैनात किए गए हैं। हर छोटी-बड़ी घटना पर पैनी नजर रखी जा रही है।

जोधपुर घटना पर जिलाधिकारी हिमांशु गुप्ता ने कहा कि जोधपुर 50 से ज्यादा लोगों को डिटेन किया है और कार्रवाई जारी है। मैं जोधपुर के लोगों से अपील करता हूं कि जोधपुर का जो इतिहास रहा है कि यहां हर पर्व शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जाता है तो उसे ही आप आगे बढ़ाएं। किसी अफवाह पर विश्वास ना करें।

बता दें कि इस विवाद की शुरुआत सोमवार आधी रात के बाद हुई जब अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोग ईद पर जालोरी गेट के पास एक चौराहे पर धार्मिक झंडे लगा रहे थे, इन लोगों ने चौराहे में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा लगाया जिसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार हिंदू समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया कि वहां परशुराम जयंती पर लगाए गए ध्वज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगाया गया, इसको लेकर दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आ गए और झड़प हो गई।

मुख्यमंत्री कार्यालय पर जोधपुर में हुई घटना की उच्च स्तरीय समीक्षा करते हुए पुलिस और प्रशासन को शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।जोधपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाली घटना से समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचती है। अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए।

Exit mobile version