भोपाल। रंग पंचमी का पर्व होली त्योहार के पांच दिन बाद मनाया जाता हैं। होली का पर्व चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा से प्रारंभ हो जाता है और पंचमी तिथि तक चलता है, पंचमी के दिन मनाए जाने के कारण इसे रंग पंचमी कहा जाता है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर भारक के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रंग पंचमी के दिन दैवीय शक्तियां नकारात्मक शक्तियों से ज्यादा होती हैं। राधारानी के बरसाने में इस दिन उनके मंदिर में विशेष पूजा और दर्शन लाभ होते हैं। मान्यता है कि इस दिन श्रीकृष्ण ने गोपियों संग रासलीला की थी और दूसरे दिन रंग खेलने का उत्सव मनाया था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर कहा- रंगों के महापर्व रंगपंचमी की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं, आपका जीवन उल्लास, आनंद और प्रसन्नता के रंगों से सराबोर हो, ईश्वर से यही कामना करता हूँ।
उत्साह, उल्लास के पर्व #रंगपंचमी की आपको हार्दिक शुभकामनाएं!
रंगों का यह पावन पर्व आपके जीवन में खुशहाली, मंगल एवं आनंद के नव दीप देदीप्यमान करे।
उड़े गुलाल, हर मन हर्षाए। हर घर-आंगन में सुख, समृद्धि, ऋद्धि-सिद्धि आये, मिटे बैर, बढ़े स्नेह; यही कामना।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 22, 2022
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर कहा- “समस्त देश-प्रदेशवासियों को रंगपंचमी की ढेरों शुभकामनाएं। रंगों का यह पर्व आप सभी के जीवन में हर्ष-उल्लास के रंगों के साथ खुशियों का संचार करें”
समस्त देश-प्रदेशवासियों को रंगपंचमी की ढेरों शुभकामनाएं।
रंगों का यह पर्व आप सभी के जीवन में हर्ष-उल्लास के रंगों के साथ खुशियों का संचार करें।#RangPanchami #रंगपंचमी pic.twitter.com/0eMITDGaUn
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 22, 2022
पौराणिक कथाओं के अनुसार, रंग पंचमी का दिन देवी-देवताओं को समर्पित होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन रंगों का प्रयोग करने से दुनिया में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। माना जाता है कि इस दिन जो रंग एक-दूसरे को लगाते हैं वह आसमान की ओर उड़ाते हैं। ऐसा करने से देवी-देवता आकर्षित होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।
#WATCH मध्य प्रदेश: भोपाल में लोगों ने 'रंग पंचमी होली' मनाई। pic.twitter.com/aaOS9yrbnG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 22, 2022