छत्रसाल स्टेडियम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फहराया तिरंगा

सरकार को टैक्स मिलेगा और हमारी अर्थव्यवस्था बढ़ेगी। साथ ही चीन को सख्त संदेश भी जाएगा। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा बीते 6 सालों के दौरान 12 लाख व्यापारी व्यवस्थाओं से दुखी होकर भारत छोड़कर अन्य देशों में जा चुके हैं।

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की तरफ से छत्रसाल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह का बुधवार को आयोजन हुआ। गणतंत्र दिवस पूरे देश में 26 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन दिल्ली में ये आयोजन 25 जनवरी को ही हो जाता है। आज इस मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में झंडा फहराया, उसके बाद परेड के निरीक्षण के लिए निकले। दिल्ली पुलिस की खुली जीप में सवार मुख्यमंत्री ने दिल्ली पुलिस, फायर सर्विस, महिला बटालियन सहित कई स्कूलों के परेड का निरीक्षण किया।

अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम एक तरफ 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं और दूसरी तरफ आजादी के 75 साल का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। देश के स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस राजगुरु समेत ढेरों नाम हैं। स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश को स्वतंत्रता दिलाई थी। आजादी दिलाने के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने हमारे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी छोड़ी है। स्वतंत्रता सेनानियों ने जनतंत्र-गणतंत्र को कायम रखने और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी आजादी के बाद की पीढ़ियों पर सौंपी है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा आज देश के एक प्रतिष्ठित अखबार में छपा है कि चीन ने हमारे देश की कुछ जमीन के हिस्से पर कब्जा कर लिया। सभी भारतवासियों के लिए चिंता का विषय है। बॉर्डर पर बहादुरी के साथ हमारे देश के सैनिक चीन का मुकाबला कर रहे हैं। प्रत्येक देशवासी का फर्ज बनता है कि इस लड़ाई में हम अपने सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ दें। प्रत्येक देशवासी का फर्ज बनता है कि हम चीन का बहिष्कार करें और सख्त संदेश दे।

इतना ही नहीं आगे मुख्यमंत्री ने चीन को आड़े हाथ लेते हुए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ चीन हमें आंख दिखा रहा है। हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। दूसरी तरफ हम चीन से अपना व्यापार बढ़ाते जा रहे हैं।

2020 में हम लोगों ने चीन से 65 बिलियन डॉलर का सामान खरीदा। 2021 में हमने चीन से 95 बिलीयन डॉलर का सामान खरीदा। हम तो चीन को और अमीर बनाते जा रहे हैं। हमारे ही पैसे से चीन हथियार खरीदता है और अपनी सेना में सैनिकों की भर्ती करता है और हमारे खिलाफ खड़ा होता है, जो सामान हम चीन से खरीद रहे हैं अगर उसका उत्पादन भारत में होगा तो देशवासियों को रोजगार मिलेगा।