शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत 31 जुलाई की रात में प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें हिरासत में ले लिया 1 तारीख को जेजे अस्पताल लाया गया मेडिकल जांच के पश्चात प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के मामले में अदालत के सामने पेश किया गया। अदालत ने राउत को 4 अगस्त तक ईडी के रिमांड में भेज दिया है।
संजय राउत किस मामले में गिरफ्तार हुए?
संजय राउत को पात्रा चॉल मामले मे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी से पहले प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उनके घर पर 9 घंटे तक छापेमारी की जिसमें 11.5 लाख रुपये नकद जब्त किए थे।
संजय राउत की गिरफ्तारी राजनीति प्रेरित
संजय राउत के वकील अशोक मुंदरगी ने कोर्ट मे दलील रखी कि संजय राउत की गिरफ्तारी पुरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है तथा वह दिल से जुड़ी बीमारी के मरीज हैं। उनकी पहले सर्जरी भी हुई है। इससे जुड़े तथ्य कोर्ट के सामने प्रस्तुत किए गए।
महाराष्ट्र से लेकर संसद तक गिरफ्तारी का मुद्दा छाया रहा
उद्धव ठाकरे ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना। इस घटना को राजनीति से प्रेरित बदले की कार्रवाई बताया और संजय राउत के परिवार से भी मुलाकात की। ठाकरे ने बताया कि असली शिवसैनिक झुकेगा नहीं और संध्या राउत असली शिवसैनिक है। इस मामले को कांग्रेस सांसदों ने संसद में भी उठाया और इसके विरोध में नारेबाजी की। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि संजय राउत भाजपा की डराने धमकाने वाले राजनीति के आगे झुकेंगे नहीं ।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान संजय राउत के भाई सुनील राउत ने संजय राउत पर ईडी की कार्रवाई पर कई सवाल किए। संजय राउत पर पात्रा चाॅल वाले मामले में आरोपों को पूरी तरह फर्जी बताया। इस मामले को उद्धव ठाकरे को अकेले खड़ा करने की बीजेपी की साजिश बताया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संजय राउत पर निशाना साधा और कहा कि रोज सुबह आठ बजे बजने वाला भोंपू तो अब अंदर गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी अपना कार्य कर रही है। अगर आपने गलत नहीं किया तो डरने की कोई जरूरत नहीं है।