भारत की सर्वश्रेष्ठ शटलर और ओलिंपिक रजत पदक विजेता पुसरला वेंकट सिंधु यानि पी वी सिंधु 5 जुलाई 2022 को 27 साल की हो गई हैं। भारत की सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक मानी जाने वाली सिंधु ने 2019 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण सहित ओलंपिक और BWF सर्किट जैसे विभिन्न टूर्नामेंटों में पदक जीते हैं। वह बैडमिंटन विश्व चैंपियन बनने वाली पहली और एकमात्र भारतीय हैं। वहीं ओलंपिक खेलों में लगातार दो पदक जीतने वाली भारत की दूसरी एथलीट हैं।
अप्रैल 2017 में, उन्होंने अपने करियर की सर्वोच्च विश्व रैंकिंग नंबर 2 हासिल की थी। हालाँकि वह सितंबर 2012 में 17 साल की उम्र में ही BWF विश्व रैंकिंग के शीर्ष 20 में शामिल हो गई थी। उन्होंने BWF विश्व चैंपियनशिप में कुल पांच पदक जीते हैं और प्रतियोगिता में पांच या अधिक एकल पदक जीतने वाली चीन की झांग निंग के बाद दूसरी सफल महिला हैं।
उन्होंने 2016 के समर ओलंपिक (रियो) में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहां वह ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं और स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर रजत पदक जीता। उन्होंने 2020 के समर ओलंपिक (टोक्यो) में लगातार दूसरी बार ओलंपिक उपस्थिति दर्ज किया और कांस्य पदक जीता था। इसके साथ ही वह दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं थीं।
बता दें कि उन्हें खेल सम्मान अर्जुन पुरस्कार और मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के साथ-साथ भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से नवाजा गया है। वहीं जनवरी 2020 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था। सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 में हैदराबाद में पी. वी. रमण और पी. विजया के यहाँ हुआ था। उनके पिता भारतीय रेलवे के एक कर्मचारी रमण का जन्म तेलंगाना के निर्मल में हुआ था। जबकि उनकी माँ विजया विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश की रहने वाली थीं। बता दें कि उनके माता-पिता दोनों राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं।
मार्च 2017 में प्रकाशित इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब भी ब्रांड एंडोर्समेंट के प्रत्येक दिन की कमाई की बात आती है तो वह भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली के बाद दूसरे स्थान पर हैं। सिंधु एंडोर्समेंट संबंधी गतिविधियों के एक दिन के लिए ₹10 मिलियन से लेकर ₹12.5 मिलियन के बीच ब्रांड चार्ज करती हैं।
पीवी सिंधु मंगलवार से शुरू हो रहे मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुवाई शटलर एचएस प्रणय के साथ करती नज़र आएँगी। सिंधु ने जहां इस साल सैयद मोदी इंटरनेशनल और स्विस ओपन में दो सुपर 300 खिताब भी जीते हैं, वहीं प्रणय उनके साथ जोड़ी खिताब जीतने के लिए पांच साल के लंबे इंतजार को खत्म करने के लिए बेताब हैं।