पिछले कुछ दिनों से चल रहे आंदोलन और विवाद के बीच कुश्ती फेडरेशन के अधिकारी निशाने पर हैं.इसी बीच खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए भारतीय कुश्ती संघ के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया है.यहीं नहीं खेल मंत्रालय ने WFI की सभी गतिविधियों को तब तक के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया है जब तक कि ओवरसाइट कमेटी औपचारिक रूप से नियुक्त नहीं हो जाती है और WFI की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को संभाल लेती है।
GoI has decided to suspend all activities of WFI until Oversight Committee is formally appointed & takes over the day-to-day activities of WFI. This includes the suspension of ongoing ranking competition & return of entry fees taken from participants for any ongoing activities. pic.twitter.com/AYBJhvPo0h
— ANI (@ANI) January 21, 2023
इसमें चल रही रैंकिंग प्रतियोगिता का निलंबन और किसी भी चल रही गतिविधियों के लिए प्रतिभागियों से लिए गए प्रवेश शुल्क की वापसी शामिल है।यह घोषणा 20 जनवरी को सरकार द्वारा एक निरीक्षण समिति नियुक्त करने के निर्णय के बाद की गई है जो डब्ल्यूएफआई की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को संभालेगी। साथ ही डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है क्यूंकि जिन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के पक्ष में बयान दिए थे.बता दे डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा था कि बृजभूषण शरण सिंह जांच जारी रहने तक खुद को अलग रखा है। उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन जांच समाप्त होने तक डब्ल्यूएफआई की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से खुद को दूर कर लिया है ताकि जांच प्रभावित न हो।विनोद तोमर ने आगे कहा था कि आरोप निराधार हैं। ऐसा कुछ नहीं है। 3-4 दिन हो गए हैं, और उन्होंने अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है। मैं उनके साथ पिछले 12 साल से जुड़ा हूं और मैंने ऐसा कुछ नहीं देखा।