स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधु-संतों की आतंकवादी और शैतान से की तुलना,दिया एक और विवादित बयान

समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता व एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) लगातार अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं.रामचरितमानस (Ramcharitmanas Controversy) पर विवादित बयान देने के बाद अब उन्होंने साधु-संत समाज को लेकर विवादित बयान दिया है.स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर किसी और धर्म का व्यक्ति किसी की गर्दन काटने या जीभ काटने का बयान देता तो यही धर्मगुरु संत-महंत उसे आतंकवादी कह देते हैं.


लेकिन आज ये लोग मेरे सिर काटने, जीभ काटने की बात कर रहे हैं तो क्या मैं इन्हें शैतान, जल्लाद, आतंकी न समझूं.उन्होंने आगे कहा कि मैंने रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंशों की बात की थी जिसमें स्त्रियों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों को नीच का दर्ज़ा दिया गया है। गाली कभी धर्म का हिस्सा नहीं हो सकती। मैं जो बोल देता हूं कभी उसका खंडन नहीं करता.वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि साधु-संत भगवान के भक्त हैं, वो उनके कहने से आतंकवादी-जल्लाद नहीं हो जाएंगे। जिसकी जो मानसिकता होती है वो वही साधुओं के प्रति व्यक्त करता है। उनकी मानसिकता जल्लाद, राक्षस, पिशाच की है, इसी भाव से वे बोल रहे हैं.