नई दिल्ली। वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने घोषणा की कि कंपनी के कमर्शियल रेंज के गाड़ियों की कीमत में वृद्धि की जाएगी। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2021 से प्रभावी होगी। मैटीरियल और दूसरे इनपुट्स की कीमत में बढ़ोतरी, फॉरेक्स के प्रभाव और व्यावसायिक वाहनों को बीएस-6 मानक के पेट्रोल और डीजल के अनुकूल बनाने से इन वाहनों के निर्माण की लागत बढ़ी है।
कंपनी अभी तक वाहन निर्माण में आई अतिरिक्त लागत को खुद ही वहन कर रही थी, लेकिन मार्केट ट्रेंड के साथ स्थिर गति से बढ़ते हुए अब लागत में बढ़ोतरी का कुछ भार उपभोक्ताओं पर डालना जरूरी हो गया है। इसके लिए कंपनी ने तर्कसंगत और उचित ढंग से इन वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की है।
मीडियम एंड हैवी कमर्शल व्हीकल्स (एमएंडएचसीवी), इंटरमीडिएट और लाइट कमर्शल व्हीकल्स (आईएंडएलसीवी), स्मॉल कमर्शल व्हीकल्स (एससीवी) और बसों की कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना है। व्हीकल के मॉडल, वैरिएंट और फ्यूल टाइप पर कीमत में वास्तविक बदलाव निर्भर करेगा। टाटा मोटर्स हर सेगमेंट में उपभोक्ताओं को उनके पैसे की भरपूर कीमत अदा करने का ऑफर जारी रखेगा। इसमें गाड़ी के मालिकों की कमाई और उनके लाभ का अनुपात या मुनाफा बढ़ाने की पूरी क्षमता मौजूद रहेगी।
माना जा रहा है कि साल 2021 में टाटा मोटर्स का कारोबार बेहतर होगा। कंपनी से जुडे लोगों का मानना है कि साल 2020 में कोरोना के कारण आर्थिक कारोबार पर असर पडा है। लेकिन, अब स्थिति सामान्य हो रही है।