नई दिल्ली। कांग्रेस की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को की सियासी संकट को दूर करने के लिए नियुक्त किया गया है। पार्टी की ओर से पूरी कोशिश जा रही है कि किसी भी तरह उद्धव ठाकरे की सरकार न गिरे। शिवसेना के जिन विधायकों ने सियासी हलचल पैदा की है, उन्हें शांत किया जाए। शिवसेना तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ साथ कांग्रेस भी महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन एमवीए का हिस्सा है।
कांग्रेस की ओर से इस आशय की आदेश जारी कर दिया गया है। पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र के लिए पर्यवेक्षक बनाया है।
Congress appoints Kamal Nath as the party's Observer to Maharashtra "in wake of recent political developments in the state." pic.twitter.com/TIcf8OwMjV
— ANI (@ANI) June 21, 2022
बता दें कि महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन को करारा झटका लगने के एक दिन बाद पार्टी के एक नेता ने मंगलवार को कहा था कि शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है। हालांकि, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने बाद में बताया था कि शिंदे मुंबई में नहीं हैं, लेकिन उनसे संपर्क हो गया है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर कांग्रेस नेता हरीश रावत का कहना है कि हमारा गठबंधन शिवसेना से है, उनके घर में क्या चल रहा है वे उद्धव ठाकरे जी देखेंगे। इससे भाजपा का असली चेहरा दिखाई दे रहा है, वे कहीं भी विरोध बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं है। सरकार चलेगी क्योंकि BJP भी सरकार नहीं बना सकती। वे कुछ हलचल कर सकते हैं, खरीद फरोख्त करके अस्थिरता पैदा कर सकते हैं लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सिर्फ सत्ता की भूखी है।