नई दिल्ली। भारत जैसे आबादी वाले देश में यह सुखद बात है कि सरकारी प्रयासों से शुक्रवार को कोरोना टीकाकरण की संख्या 50 करेड़ को पार कर गया है। देखा जाए तो विश्व के कई देशों की कुल जनसंख्या 50 करेड़ नहीं है। 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था। इस प्रकार 203 दिनों में देश ने यह लक्ष्य हासिल किया है।
इसकी जानकारी स्वयं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने अपने ट्विटर पर पोस्ट शेयर करके की है। स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया, ”कोरोना से लड़ाई में भारत ने प्राप्त की ऐतिहासिक उपलब्धि, देश ने टीकाकरण में 50 करोड़ के आंकड़े को पार किया। सभी को बधाई एवं स्वास्थ्यकर्मियों का धन्यवाद।”
PM @NarendraModi जी के '#SabkoVaccineMuftVaccine' अभियान से आज देश ने 50 करोड़ टीकाकरण का आँकड़ा पार कर लिया है।
भारत को
0-10 करोड़ का आँकड़ा छूने में 85 दिन
10-20 करोड़ में 45 दिन
20-30 करोड़ में 29 दिन
30-40 करोड़ में 24 दिन
और 50 करोड़ टीकाकरण में केवल 20 दिन लगे pic.twitter.com/pNqcUvxEqA— Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 6, 2021
देश में इस समय तीन कोरोना टीकों को मंजूरी मिली है। ऐस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट के कोविशील्ड, आईसीएमआर और भारत बायोटेक के कोवैक्सीन के अलावा रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी के टीके को आपातकालीन मंजूरी दी गई है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पहले सरकार अधिक से अधिक लोगों को टीके की कम से कम एक खुराक लगा देना चाहती है।
देश की इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ऐतिहासिक कहा है। इससे जुड़े लोगों को बधाई दिया है।
India’s fight against COVID-19 receives a strong impetus. Vaccination numbers cross the 50 crore mark. We hope to build on these numbers and ensure our citizens are vaccinated under #SabkoVaccineMuftVaccine movement.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
वहीं, दूसरी ओर कोरोना और इसके वैक्सीन को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। हालिया हुए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने सलाह दी है कि वायरस के म्यूटेशन को कम करने के लिए कमजोर प्रतिरक्षा वाले रोगियों में टीकाकरण को किया जाना चाहिए। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित लेख में शीर्ष अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा है कि वायरस के म्यूटेशन के जोखिम को कम करने के लिए अस्पतालों में कमजोर इम्यूनिटी वाले रोगियों को कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। लेख में कहा गया है कि ऐसे रोगियों को संक्रमण से बचाने के लिए टीकारण को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।