हिजाब को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन है बेहद सतर्क

कर्नाटक में हिजाब विवाद के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों में एहतियात के तौर पर फ्लैग मार्च किया। दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तुर और सूरतकल में फ्लैग मार्च किया गया। त्वरित कार्य बल (आरएएफ) की 97वीं बटालियन के 130 कर्मियों ने इसमें हिस्सा लिया।

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार ने प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में अवकाश की अवधि 15 फरवरी तक बढ़ा दी है। कई परिसरों में बढ़ते हिजाब विवाद के बाद राज्य सरकार ने नौ फरवरी से इन कॉलेजों को बंद कर दिया था और उन्हें 14 फरवरी को खोला जाना था। सरकार ने 16 फरवरी तक डिग्री और डिप्लोमा कॉलेजों को भी बंद रखने का आदेश दिया है। सरकार ने अपने परिपत्र में कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के एहतियाती कदम के तौर पर यह फैसला लिया गया है।

प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी सी नागेश के करीबी सूत्रों ने बताया कि नौवीं और 10वीं कक्षाएं 14 फरवरी से पहले की तरह शुरू होंगी। राज्य के कुछ हिस्सों में उच्च माध्यमिक स्कूलों तथा कॉलेज परिसरों में हिजाब बनाम भगवा स्कार्फ को लेकर विवाद ने तनाव पैदा कर दिया है। कुछ स्थानों पर अप्रिय घटनाएं और यहां तक कि हिंसक झड़पें भी हुई हैं।

शंकर ने कहा कि कानून व्यवस्था बिगड़ने पर यहां पनम्बुर में तैनात आरएएफ के कर्मी जनसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करेंगे। हिजाब विवाद के केंद्र उडुपी के कौप, कुंडापुर, करकला, पदुबिदरी, ब्रह्मवर, बैन्दूर और शिरवा में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक एन विष्णुवर्धन ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में लोगों का विश्वास कायम रखने के उद्देश्य से फ्लैग मार्च किया गया।