Home लाइफस्टाइल आज है जानकी नवमी, दिल्ली में हो रहे हैं कई आयोजन

आज है जानकी नवमी, दिल्ली में हो रहे हैं कई आयोजन

नई दिल्ली। आज जानकी नवमी है। माता सीता का जन्मदिन है। इस अवसर पर राजधानी दिल्ली और एनसीआर में कई संस्थानों की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जगतजननी सीता के जन्मदिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में पांच दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरुआत जानकी नवमी यानी 10 मई को होगी। सीएसटीएस और मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत वेद पाठ और मां जानकी वंदना के माध्यम से होगा। इस आयोजन का नाम – ‘वैदेही : सीता बियॉन्ड द बॉडी’ दिया गया है। रामायण में सीता केवल श्रीराम की पत्नी भर नहीं हैं। सीता का पूरा जीवन जब देखा जाए, तो यह कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि रामकाव्य परम्परा के अंतर्गत सीता भारतीय नारी-भावना का चरमोत्कृष्ट निदर्शन है, जहाँ नाना पुराण निगमागमों में व्यक्त नारी आदर्श सप्राण एवं जीवन्त हो उठे हैं । नारी पात्रों में सीता ही सर्वाधिक, विनयशीला, लज्जाशीला, संयमशीला, सहिष्णु और पातिव्रत की दीप्ति से दैदीप्यमान नारी हैं । समूचा रामकाव्य उसके तप, त्याग एवं बलिदान के मंगल कुंकुम से जगमगा उठा है । लंका में सीता को पहचानकर उनके व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हुए हनुमान जी ने कहा- “दुष्करं कृतवान् रामो हीनो यदनया प्रभुः धारयत्यात्मनो देहं न शोकेनावसीदति । यदि नामः समुद्रान्तां मेदिनीं परिवर्तयेत् अस्थाः कृते जगच्चापि युक्त मित्येव मे मतिः।।

बता दें कि सीता का एक नाम वैदेही भी है। राजा जनक को विदेह कहा गया है और उनकी सुपुत्री सीता को वैदेही। सीएसटीएस की डॉ सविता झा खान ने बताया कि पांच दिवसीय आयोजन में कई सेमिनार, सीता वनवास नाटक मंचन, मिथिला की प्रसिद्ध धु्रपद गायन, मिथिला पेंटिंग प्रदर्शनी, सीकी कला, लाह की चूड़ी, मखाना, सिल्क आदि कपड़ा पर मिथिला पेंटिंग्स, बहु भाषीय कवि सम्मेलन और लोक संगीत का आयोजन होगा। कई स्टॉल लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय-समय पर सीएसटीएस और मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल की ओर से कई प्रतियोगिता कराई गई है। उसके सफल प्रतिभागियों का सम्मान होगा। लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड देने की भी योजना है।

बता दें कि इस 7 दिवसीय सम्मेलन में भारत ही नहीं, कई दूसरे देशों से भी प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। सीएसटीएस और मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल की ओर से यह कोशिश की जा रही है कि मिथिला के तमाम पहलुओं को पूरी दुनिया के सामने लाया जाए। बीते चार साल से मिथिला के अलग-अलग हिस्सों में मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल आयोजित की गई है। जानकी नवमी के दिन शुरु होने वाला यह आयोजन 16 मई तक चलेगा। इसमें दिल्ली एनसीआर के सैकड़ों लोग आएंगे। थियेटर और म्यूजिक बैंड के कार्यक्रम में अधिक लोगों की भागीदारी होगी।

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