शिवराज सरकार में दो नए मंत्री हुए शामिल

भोपाल। चिरप्रतिक्षित शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। राजभवन में मध्य प्रदेश के तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में राजभवन में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि मैंने आज तीसरी बार शपथ ली है। विभाग मुख्यमंत्री के अधिकारी क्षेत्र में हैं, मुझे जो विभाग मिलेगा मैं उसमें काम करूंगा।

असल में, यह विस्तार पूर्व तय माना जा रहा था। रविवार को राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत मंत्री पद की शपथ दिलाई। दोनों मंत्रियों के शपथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस राजभवन में मौजूद रहे। प्रदेश की संख्या के हिसाब से बात करें, तो राज्य कैबिनेट में अब भी 4 पद खाली बचे हैं।

मध्य प्रदेश की राजनीति को करीब से जानने वाले बताते हैं कि तुलसी सिलावट को जल संसाधन और गोविंद सिंह राजपूत को परिवहन व राजस्व विभाग मिलना लगभग तय है। शिवराज सरकार सत्ता में आने के बाद सिलावट और राजपूत को यही विभाग सौंपे गए थे। वैसे, भारतीय जनता पार्टी अब इन दोनों को अन्य विभाग देना चाहती थी, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व और सिंधिया के बीच हुई सहमति के बाद दोनों नेताओं को एक बार फिर उन्हीं विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कहा तो यह भी जा रहा है कि इस बार सिंधिया अपनी बात मनवाकर ही रहेंगे।

बता दें कि शिवराज कैबिनेट के 14 सदस्‍यों गोविंद सिंह राजपूत, तुलसीराम सिलावट, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, डॉ. प्रभुराम चैधरी, बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंषाना, हरदीप सिंह डंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडौतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने चुनाव लड़ा था। इसमें से इमरती देवी, एदल सिंह कंषाना और गिर्राज दंडोतिया चुनाव हार गए थे।