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Bengal Election 2021 : पश्चिम बंगाल में 8 चरण में मतदान, सियासत का पारा है गरम

केंद्रीय चुनाव आयोग ने राजनीतिक हिंसा और कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा चुनाव 2021 के लिए कई सुरक्षा कदम उठाए हैं। सभी पोलिंग बूथ भूतल पर होंगे और सीआरपीएफ की मौजूदगी रहेगी। बिहार में सीईओ रहे अजय नाइक पश्चिम बंगाल में चुनाव पर्यवेक्षक होंगे।

जिस प्रकार से केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान किया है, उसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी खूब होने वाली है। इसके पर्याप्त कारण हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में 8 चरण में विधानसभा चुनाव कराने का निर्णय लिया है। पिछले विधानसभा में सात चरण थे। पहला चरण 27 मार्च को होगा और अंतिम चरण को होगा। सभी के चुनाव परिणाम 2 मई को आएंगे।

असल में, बंगाल की राजनीति में खून-खराबा होता रहा है। बीते लोकसभा चुनाव में भी यहां हिंसा हुई थी। हाल के दिनों में चुनावी रैली में भी कई लोगों की जानें गई हैं। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को पांच जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर होगा। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को चार जिलों की 30 विधानसभा सीटों पर होगा। तीसरे चरण का चुनाव छह अप्रैल को 31 विधानसभा सीटों पर होगा। चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल को 44 विधानसभा सीटों पर होगा। पांचवें चरण का मतदान 17 अप्रैल को 44 विधानसभा सीटों पर होगा। छठे चरण में 22 अप्रैल को 43 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा। सातवें चरण में 26 अप्रैल को 36 विधानसभा सीटों पर और अंतिम व आठवें चरण में 29 अप्रैल को 35 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा।

पुरुलिया बांकुरा, झारग्राम, पश्चिम मिदनापुर पार्ट वन, पूर्व मिदनापुर पार्ट 1 को पहले चरण में 27 मार्च को चुनाव होगा। बंगाल में दूसरा चरण 1 अप्रैल, बांकुरा पार्ट टू, पश्चिम और पूर्वी मिनदनापुर पार्ट 2, साउथ 24 परगना पार्ट 1। बंगाल में तीसरे चरण का चुनाव 6 अप्रैल को होगा। चौथे चरण का चुनाव हावड़ा पार्ट 2, हुगली पार्ट 2, साउथ परगना पार्ट 3, अलीपुरद्वार, कूच बिहार, में 9 अप्रैल को मतदान होगा।

राजनीतिक गुणा भाग के हिसाब से बात करें, तो यहां चुनावी रण बेहद दिलचस्प होगा। राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोपों की बौछार करेंगे, तो सुरक्षा एजेंसियों के साथ केंद्रीय चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग के लिए यह किसी परीक्षा से कम नहीं है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि बिहार में CEO रहे अजय नाइक बंगाल में चुनाव पर्यवेक्षक होंगे. सीसीटीवी की निगरानी में मतदान होगा। सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। संवेदनशील बूथों की पहचान की जा चुकी है। पर्याप्त मात्रा में केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। अडवांस टीमें सभी 4 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में पहुंच चुकी हैं।

पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी की प्रतिष्ठा दांव पर होगी, जबकि असम में बीजेपी बहुमत वाली अपनी पहली सरकार को बचाने के लिए चुनावी समर में उतरेगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान और आचार संहिता लागू होने से कुछ मिनटों पहले बड़ा फैसला लिया है। ममता सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट करके इसकी घोषणा की है। मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक, अकुशल दिहाड़ी मजदूरों के लिए मजदूरी को 144 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 202 रुपए करने की घोषणा की है। अर्द्ध कुशल श्रमिकों को अब 172 रुपए की बजाय 303 रुपए मिलेंगे, जबकि कुशल श्रमिकों को 404 रुपए देने की घोषणा की गई है।

उम्मीदवारों को बड़ी सुविधा देते हुए चुनाव आयोग ने ऑनलाइन नामांकन कराने का ऐलान किया है। सिक्योरिटी मनी भी ऑनलाइन ही जमा की जाएगी। बंगाल, असम समेत 5 राज्यों के चुनाव में मतदान का समय एक घंटा ज्यादा होगा। सभी मतदान केंद्र गाउंड फ्लोर पर ही स्थित होंगे। पश्चिम बंगाल समेत सभी राज्यों में सीआरपीएफ की तैनाती की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में मतदान कराया जाएगा।

 

 

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